नए भाजपाइयों से मिल रही धक्का मुक्की से ओल्ड भाजपाई हलाकन
बृजपाल सिंह हूरा ✍️
तखतपुर। कांग्रेसियों के भाजपा प्रवेश पर शुरू में मजा लेने वाले भगवाधारी इन दिनों भाजपा में बढ़ चली कांग्रेसियों की रेलम पेल से खुद ही अब परेशान और हलकान होने लगे हैं…. जिसका प्रमाण उनकी दबी आवाज़ का शोर देने लगा है…

5 साल की कांग्रेस सरकार और तेज तर्रार विधायक के सामने में भी नहीं डिगने वाले भाजपाई अपनी पूरी मेहनत ऊर्जा शक्ति और लगन से भाजपा को ऐतिहासिक जीत कराते हुए कांग्रेस का सत्ता पलट कर दिया.. अपनी इस शानदार सियासी उपलब्धि पर भागुवाधारी अभी ठीक से इतरा भी नहीं पाए थे कि धीरे-धीरे बच्चों की रेलगाड़ी की तरह छुक छुक छुक छुक करते कांग्रेसी भाजपा में घुसने लगे… भगवाधारी इसका शुरू-शुरू में खूब आनंद लेते हुए कांग्रेसियों को छेड़कर आरंभिक भाजपा प्रवेश के चटकारे लेते रहे.. देखते ही देखते अंग्रेजी शासन की तरह भगवा खेमे का रंग कुछ इस तरह बदलने लगा कि कांग्रेस से झोत्था के झोत्था भाजपा प्रवेश का मेला लग गया और अब भाजपा सत्ता का आनंद लेने के लिए पुराने भाजपाई अभी ठीक से अंगड़ाई लेने का सोच ही रहे थे कि उन्हें ही कांग्रेसी भीड़ से अब मेला की तरह धक्का मुक्की का सामना करना पड़ रहा है… कांग्रेस छोड़कर बीजेपी आ रहे लोगों का मजाक बनाने वाले भी अब बचे खुचे कांग्रेसियों को ही समझा रहे हैं कि अरे अब तो अपना दरवाजा बंद कर लो… वही बचे खुचे कांग्रेसी इस बात पर खुश है कि जिस दंश को वर्षों से कांग्रेस झेल रही थी अब उस पीड़ा से भाजपाई भी अवगत रहेंगे तभी तो पता चलेगा कि जब अपने मुल्क में ही हम गुलाम की तरह रहकर किसी और का शासन सहते हैं तो कैसा लगता है….?
मजा तो नगर पालिका चुनाव में आएगा

कांग्रेस की भीड़ छंट चुकी है और आने वाले दिनों में और भी छंटने की संभावना है अतः स्वाभाविक रूप से उनके यहां दावेदारी की मगजमारी पहले की अपेक्षा कम हो सकती हैं पर भाजपा में तो जमकर तलवार तमंचे चलने की संभावना इसलिए भी बढ़ गई है कि पहले से ही वार्ड में लड़ने के लिए कई दावेदार अपनी विधानसभा चुनाव 2023 वाली निष्ठा के साथ मौजूद थे और अब कांग्रेस से जो नए भाजपाई आयात किए जा रहे हैं.. उनको कहीं एडजस्ट करने की सोचना भी बहुत दूर की बात हुई, वह तो पहले से ही फ्रंट बेंच की लाइन पर बैठ गए हैं… जिन्हें अब उठाना भी आदर्शवादी संस्कारवान भगवाधारियों के लिए मेहमान नवाजी के उल्लंघन की श्रेणी में आ जाएगा…जिससे कांग्रेस से आयातित भाजपाई तो फूल मजे में है… अभी तो इन्हीं के मुंह से ही अबकी बार 400 पार का नारा जोरदार आवाज में लग रहा है.. यह सब देखकर एक खखावाए भगवाधारी ने कहा कि वहां तो बहुत झंडा गाड़ लिए थे जो यहां आकर 400 पार करोगे…
कल के आए अचानक वरिष्ठ भाजपाई कैसे हो गए…?

नए-नए भाजपा में आए कुछ लोगों की पाके चुन्दी को देखकर वरीयता और वरिष्ठता उम्र दराजी के साथ उन्हें प्राथमिक श्रेणी में मिल रही जगह से, संबोधन उद्बोधन लेखन में वरिष्ठ भाजपाई कहने पर कई पुराने किंतु युवा भाजपाईयो का इन दिनों टेंपर तड़तड़ाता रहता है उनका कहना रहता है कि उम्र से यह वरिष्ठ है भई, वरिष्ठ भाजपाई कब से हो गए… अरे भईये! अब ऐसे कई दर्द रह रहकर टीस बनकर तो उभरते ही रहेंगे जिन्हे झेलना तो पड़ेगा ही.. क्योंकि ये अभी कम से कम 4 साल हिलने डुलने वाले नहीं.. जिन्हें कांग्रेस सत्ता की मुंबई लोकल ट्रेन टाइप धक्का मुक्की में भी रहने की आदत पड़ चुकी हो.. वह भाजपाई सत्ता वाली मेट्रो ट्रेन से भला कैसे उतर जाएंगे…
मोदी नही, गोदी लहर है

बड़ा आश्चर्य हुआ सुनकर… मोदी लहर तो चल रही है, ये गोदी लहर क्या है..? एक पीड़ित दुखित शोषित भगवाधारी ने बताया कि मोदी लहर तो जनता के बीच में चलती है लेकिन यह गोदी लहर कांग्रेस से आयातित भाजपाइयों पर चल रही है.. जो आकर सीधे हमारे गोद में बैठ रहे हैं और हम भी इन्हें बड़े लाड प्यार जतन के साथ रख रहे हैं…
क्या आप जानते है…?

👉 नई दिल्ली/पुरानी दिल्ली की तर्ज पर इन दिनों नए भाजपाई/पुराने भाजपाई की कैटेगरी भी बन गई है..?
👉 नगर पालिका चुनाव को लेकर नए भाजपाइयों एवं पुराने भाजपाइयों ने वार्ड प्रत्याशी के रूप में अलग-अलग सूची बना ली है..?
राजनीतिक विश्लेषक और मसखरे मिजाज टाइप के लोग पहले जिस तरह के पात्र कांग्रेसियों में ढूंढते रहते थे.. वैसे ही कुछ चुनिंदा चरित्र इन दोनों भाजपा खेमे में भी नजर आ रहे हैं.. अब देखना यह है कि ऐसे लोगों का दौर सियासी पटल पर कब तक चलता रहेगा…
तब तक के लिए नारायण नारायण…😊


