जनपद की बड़ी सफलता ने “गुरुजी” की राजनीतिक कौशलता का विश्वास “धर्मजीत” खेमे में बढ़ाया…
जनपद पंचायत में भाजपा के 24 सदस्य का बन जाना भी एक रिकॉर्ड है..
बृजपाल सिंह हूरा…✍️

तखतपुर। जनपद पंचायत तखतपुर के धुआंधार परिणाम में और भाजपा की राजनीति को ऊंचा उठाने की इस सियासी घटनाक्रम में विधायक धर्मजीत सिंह की सरपरस्ती और दिशा निर्देश पर तखतपुर विधानसभा क्षेत्र के जननायक संतोष कौशिक गुरुजी ने जिस कुशलता से अपनी रणनीति और सियासी बिसात पर मोहरों को बहुत संजोकर आगे बढ़ाया है, नि:संदेह रूप से भारतीय जनता पार्टी की मजबूत धरा पर इससे संतोष कौशिक की विश्वसनीयता निष्ठा बढ़ने के साथ-साथ उनका सियासी कद भी निश्चित तौर पर बढ़ा है क्योंकि उन्होंने विधायक धर्मजीत सिंह के विश्वास को डिगने नहीं दिया और उस पर खरे उतरकर यह साबित कर दिया कि उनकी राजनीतिक कौशलता और रणनीति के इस खेल के आज भी वे पारंगत निशानेबाज खिलाड़ी हैं।

सामूहिक एकता और सामूहिक प्रयास से ही हर काम सफल होता है लेकिन कहीं ना कहीं मुखिया की महत्वपूर्ण निर्णायक भूमिका रहती है.. विधायक धर्मजीत सिंह ने सटीक रणनीति के तहत अपने हर मोहरों को आगे बढ़ाते गए.. जिसके तहत उन्होंने संतोष कौशिक गुरुजी को एक बड़ी जिम्मेदारी दी थी जिसे उन्होंने पूरा कर दिखाया।
उपाध्यक्ष पद के लिए कुछ देर रहा संशय

विधायक धर्मजीत सिंह की सरपरस्ती और दिशा निर्देश पर समूचे चुनाव कार्यक्रम को संचालित कर रहे संतोष कौशिक गुरुजी की कुशल रणनीति और राजनीतिक दिव्य दृष्टि उस वक्त समझ आई जब अध्यक्ष निर्वाचन के कुछ देर के बाद उपाध्यक्ष पद के लिए संशय और ऊहापोह की स्थिति निर्मित किया जाने लगा और कुछ क्षण के लिए यह खबर तेजी से फैलने लगी कि उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव हो सकता है किंतु अपनी रणनीति पर पूरे आत्मविश्वास से कायम संतोष कौशिक गुरुजी ने बिना विचलित हुए संपूर्ण चुनाव व्यवस्था को इतनी आसानी और कुशलता से संचालित कर दिया कि फूट पैदा करने की कोशिश कर रहे कुछ बाहरी विघ्न संतोषी तत्वों को जनपद सदस्यों की एकता को बिखारने की कूटनीति में मुंह की खानी पड़ी और बहुत ही आसानी से जनपद पंचायत उपाध्यक्ष का चुनाव भी बिना किसी बाधा के निर्विरोध संपन्न हो गया।
मिस्टर इंडिया की तरह अदृश्य शक्ति “विक्की विशाल सिंह” की भी रही कमाल की….

इस पूरे सियासी खेल तमाशा में रणनीतिक रूप से एक अदृश्य भूमिका भी साथ-साथ चल रही थी जो लोगों को दिख तो रहा था पर उसकी रणनीति चाल नहीं दिख रही थी.. उनमें से विशाल विक्की सिंह भी शामिल रहा जो पूरे सियासी सफलतम खेल में गुरुजी के साथ-साथ भी एक साये सहयोगी की तरह शामिल रहा और यह जोड़ी ग्रामीण क्षेत्र के चुनाव में एक शानदार कमाल करके दिखा दिया है और ग्रामीण क्षेत्र के चुनाव में भाजपा का जबरदस्त रूप से कमल खिलाकर यह साबित कर दिया कि विधायक धर्मजीत सिंह की पकड़ कमजोर होने की बजाय दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है और उनकी सियासी चमक आंशिक रूप से भी धुंधली नहीं होने पाई है…
डॉक्टर नौकरी से इस्तीफा देकर बन गई सीधे जनपद अध्यक्ष…

फिजियोथैरेपी की डॉक्टर माधवी संतोष वस्त्रकार बिल्हा क्षेत्र में शासकीय पद पर पदस्थ रही। वहां से उन्होंने इस्तीफा देने के बाद भाजपा टिकिट से जनपद सदस्य का पहली बार चुनाव लड़ा और निर्वाचित होने के बाद पहली बार में ही सीधे निर्विरोध जनपद अध्यक्ष निर्वाचित हो गई। यह जनपद पंचायत की प्रथम निर्विरोध अध्यक्ष भी बनी है।
अब देखना यह है कि ग्रामीण क्षेत्र के चुनाव में मिली भाजपा को इतनी बड़ी सफलता क्षेत्र विकास में क्या-क्या रंग लाती है…
तब तक के लिए नारायण नारायण…😊


