कांग्रेस अध्यक्ष प्रत्याशी के मुकाबले में 4 पार्षद प्रत्याशी को वार्ड में मिले ज्यादा वोट और भाजपा अध्यक्ष प्रत्याशी के मुकाबले में भाजपा के 8 पार्षद प्रत्याशियों को ज्यादा वोट मिला
पूजा मक्कड़ को पार्षद प्रत्याशियों से ज्यादा वोट मिले, तो वंदना को मिले कम
बृजपाल सिंह हूरा..✍️

तखतपुर। नगर पालिका चुनाव परिणाम आ गया है और आंकड़ों के खेल में कई और बातें सामने आ रही है जिससे कांग्रेस अध्यक्ष प्रत्याशी श्रीमती पूजा मक्कड़ को अपने सभी 15 पार्षदों से ज्यादा मत मिले हैं तो भाजपा अध्यक्ष प्रत्याशी वंदना बाला सिंह को अपने सभी पार्षदों से कम मत मिले हैं।

नगर पालिका अध्यक्ष कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती पूजा मक्कड़ को सभी 15 वार्ड से जहां कुल 8289 मत मिले वही 15 वार्डों में कांग्रेस पार्षद प्रत्याशियों को कुल 6915 मत मिले। इस तरह कांग्रेस अध्यक्ष प्रत्याशी पूजा मक्कड़ अपने सभी पार्षदों से 1374 मत ज्यादा हासिल किए हैं।

इसी क्रम में पूजा मक्कड़ से ज्यादा मत प्राप्त करने वाले पार्षद प्रत्याशी में वार्ड क्रमांक 2 की अनुपमा अभिषेक पांडेय रही जिन्हें वार्ड 2 में पूजा मक्कड़ के 413 मतों के मुकाबले में 588 मत मिले।

वार्ड क्रमांक 9 में परमजीत लवली हूरा को अध्यक्ष पूजा मक्कड़ के मुकाबले में ज्यादा वोट मिले। यहां पूजा मक्कड़ को 491 मत और लवली हूरा को 527 मत मिले। इसी तरह वार्ड क्रमांक 11 में कांग्रेस पार्षद प्रत्याशी चंद्रप्रकाश देवांगन को 686 मत मिले तो पूजा मक्कड़ को 608 मत प्राप्त हुए और वार्ड क्रमांक 13 में पूजा मक्कड़ को 490 मिले तो वहीं उनके कांग्रेस पार्षद प्रत्याशी प्रत्याशी पूजा बबलू गुप्ता को 521 वोट प्राप्त हुए। इस तरह तखतपुर नगर के 15 में से 11 वार्डों में अपने पार्षद प्रत्याशियों से पूजा मक्कड़ आगे रही और चार वार्डो में पार्षद प्रत्याशियों ने अध्यक्ष पूजा मक्कड़ से ज्यादा मत प्राप्त किया।

इसी तरह भाजपा अध्यक्ष प्रत्याशी वंदना बाला सिंह को 15 वार्ड में जहां 5983 मत मिले। वही इनके 15 वार्ड में भाजपा पार्षद प्रत्याशियों को कुल 6410 वोट मिले। इस तरह से वंदना बाला सिंह अपने 15 भाजपा पार्षद प्रत्याशियों के मुकाबले में 427 मत कम प्राप्त की। वार्ड क्रमांक एक में भाजपा अध्यक्ष प्रत्याशी वंदना बाला सिंह 465 मत के मुकाबले में पार्षद प्रत्याशी लता कश्यप ने 471 मत प्राप्त किया। वार्ड क्रमांक 3 में अध्यक्ष प्रत्याशी वंदना बाला सिंह 596 के मुकाबले में पार्षद प्रत्याशी कोमल सिंह ने 801 मत प्राप्त किए। वार्ड क्रमांक 4 में वंदना बाला सिंह 281 के मुकाबले में भाजपा पार्षद प्रत्याशी नैनलाल साहू को 303 वोट मिले।
वार्ड क्रमांक 6 में वंदना बाला सिंह 465 के मुकाबले में भाजपा पार्षद प्रत्याशी इस्लाम अंसारी को 615 मत मिले। वार्ड क्रमांक 7 में वंदना बाला सिंह 346 के मुकाबले में भाजपा पार्षद प्रत्याशी गंगोत्री गुप्ता को 398 मत मिले। वार्ड क्रमांक 10 में वंदना बाला सिंह 386 के मुकाबले में भाजपा पार्षद प्रत्याशी अंजू सुरेश देवांगन को 505 मत मिले। वार्ड क्रमांक 12 में वंदना बाला सिंह 336 के मुकाबले में भाजपा पार्षद प्रत्याशी अंकित गुल्लू अग्रवाल को 610 मत प्राप्त हुए। वार्ड क्रमांक 15 में वंदना बाला सिंह 404 के मुकाबले में भाजपा पार्षद प्रत्याशी राजकुमार यादव ने 436 मत प्राप्त किया। इस तरह भाजपा अध्यक्ष प्रत्याशी वंदना सिंह के मुकाबले में भाजपा पार्षद प्रत्याशियों ने 8 वार्डों में अपने अध्यक्ष से ज्यादा मत प्राप्त किया।
चुनाव परिणाम से कही रचा इतिहास तो कही रिकॉर्ड हुए ध्वस्त…
तखतपुर नगर पालिका चुनाव परिणाम में जहां कई नए रिकार्ड तैयार किया.. वहीं पुराने इतिहास पर चुनावी परिणामों ने नया रंग रोगन कर दिया है..

वार्ड 2 में कांग्रेस ने रचा इतिहास

आमतौर पर भाजपा के लिए गढ़ माने जाने वाले वार्ड क्रमांक 2 में पार्षद के रूप में पंजा छाप की पहली जीत अनुपमा अभिषेक पांडेय ने दर्ज की है। जिसे कांग्रेस अपने लिए एक बहुत बड़ी जीत मान रही है और इसे सर्जिकल स्ट्राइक का नाम भी दिया जा रहा है..
भाजपा के मंडल और कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष हार गए

संगठन को बखूबी संचालन करने वाले कांग्रेस और भाजपा के दोनों अध्यक्ष को पार्षद के लिए शिकस्त का सामना करना पड़ा। भाजपा के मंडल अध्यक्ष नैनलाल साहू 462 मतों के अंतर से बुरी तरह वार्ड क्रमांक 4 पार्षद पद के लिए पराजित हुए। पिछली बार वार्ड क्रमांक 3 में शैलेंद्र निर्मलकर को नैनलाल साहू ने परास्त किया था। इस बार शैलेंद्र निर्मलकर ने नैनलाल साहू से अपना हिसाब बराबर कर लिया। कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष बिहारी देवांगन भी 13 मतों के मामूली अंतर से हार का सामना किया।
35 साल बाद दिखा वार्ड 7 में पंजा..

वार्ड क्रमांक 7 में जसप्रीत रमन हूरा ने 35 साल के बाद कांग्रेस से पंजा छाप को जिताया है, इससे पहले 1990 में अशोक ठाकुर पंजा छाप से यहां पार्षद के लिए जीते थे उसके बाद से पंजा छाप यहां से लगातार पराजित होता रहा। अब जाकर कांग्रेस के पंजा छाप को 35 साल बाद एक बड़ी जीत का स्वाद चखने को मिला।
मुस्लिम बाहुल्य वार्ड से पहली बार जीता भाजपा पार्षद

वार्ड क्रमांक 6 में ऐतिहासिक रूप से पहली बार भाजपा का कमल खिला है। यहां से इस्लाम अंसारी ने यह रिकॉर्ड बनाया। वार्ड क्रमांक 6 से पार्षद पद के लिए आज तक किसी भी भाजपा प्रत्याशी को सफलता नहीं मिली थी। इस बार इस्लाम अंसारी ने भाजपा का यहां कमल खिलाकर एक नया इतिहास रचा है। हालांकि लोगों का कहना है कि कांग्रेस से अगर मुकीम अंसारी अपना नाम वापस ना लेकर चुनाव मैदान में उतरते तो भाजपा इस रिकार्ड को तरसती रह जाती…
एक ही वार्ड से लगातार पांचवीं जीत दर्ज करने का रिकॉर्ड बनाया मुन्ना ने..

वार्ड क्रमांक 15 में एक ही वार्ड से लगातार चुनाव जीतने का रिकॉर्ड मुन्ना श्रीवास ने इस जीत के साथ दर्ज किया। वार्ड क्रमांक 15 से मुन्ना श्रीवास ने 2004, 2009, 2014, 2019 के बाद 2025 में निरंतर कांग्रेस की टिकट पर पार्षद बनने का एक रिकॉर्ड कायम कर अभेद किला साबित किया। पांचवीं बार पार्षद बनकर उन्होंने एक रिकॉर्ड बना दिया है जो अभी तक नहीं था। और अब इस रिकॉर्ड के आगामी वर्षों में टूटने की संभावना इसलिए भी नहीं है क्योंकि मुकीम अंसारी लगातार चार बार एक वार्ड से जीतने के बाद इस बार उन्होंने चुनाव लड़ना ड्रॉप किया है।
टेकचंद ने खुद को वार्ड 4 का ब्रांड एंबेसडर किया साबित

1999 में सर्वप्रथम पार्षद बनने के बाद टेकचंद कारड़ा ने वार्ड क्रमांक 4 में अपने नाम का सिक्का चलाना आरंभ कर दिया। 1999, 2004, 2014, 2019 में चार बार पार्षद जीते और एक बार 2009 में वार्ड पिछड़ा आरक्षित होने की वजह से यहां से उन्होंने घनश्याम शिवहरे जी को एक मजबूत जीत दर्ज दिलाई थी। इसके बाद अभी वर्तमान में वार्ड फिर से पिछड़ा हुआ तो उन्होंने कांग्रेस के निष्ठावान शैलेंद्र निर्मलकर की तन मन धन से मदद करते हुए भाजपा मंडल अध्यक्ष के सामने उन्हें 462 वोटो के अंतर से बड़ी जीत दिलाकर वार्ड में अपना सिक्का साबित किया। यहां तो अब यह बात चलने लगी है कि वार्ड 4 को करना है अगर पार.. तो जोड़कर रखना होगा टेकचंद कारड़ा से अपना तार..
वार्ड 11 में पहली बार कांग्रेस का पार्षद

वार्ड क्रमांक 11 में देश की आजादी के बाद पहली बार कांग्रेस का परचम लहराया है। जहां से चंद्रप्रकाश देवांगन ने यह रिकॉर्ड बनाया। आज तक यहां से कभी भी कांग्रेस का पार्षद प्रत्याशी जीत दर्ज नहीं कर पाया था और यह रिकॉर्ड जब बना तो मतों का प्रतिशत भी कांग्रेस के पक्ष में ऐतिहासिक ही रहा है।
वार्ड 12 में पहली बार भाजपा पार्षद का कमल खिला

वार्ड क्रमांक 12 में भाजपा का कमल पार्षद के रूप में अभी तक नहीं खिला था। जिसे अंकित अग्रवाल गुल्लू ने रिकॉर्ड दर्ज किया। तखतपुर में जब से चुनाव होता आया है वार्ड क्रमांक 12 में भाजपा का पार्षद के रूप में कमल कभी नहीं खिला था। जिस वजह से वार्ड क्रमांक 12 को कांग्रेसी वार्ड माना जाता था। यहां अंकित अग्रवाल गुल्लू ने धमाकेदार बड़ी जीत दर्ज कर वार्ड को पार्षद के रूप में भगवामय बना दिया।

अब देखना यह है कि तखतपुर की जनता के द्वारा चुनी गई यह नगर सरकार और प्रदेश सत्ता के साथ तालमेल का अंक गणित नए फिजिक्स केमेस्ट्री का समीकरण बनाकर तखतपुर को विकास की किस ऊंचाई तक लेकर जाता है…
तब तक के लिए नारायण नारायण…😊

