अभी तो यह ट्रेलर है.. पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त..
बृजपाल सिंह हूरा…✍️
तखतपुर। तखतपुर में आने वाले दिनों में चुनावी महासंग्राम का एक जबरदस्त रोचक मुकाबला देखने के लिए लोग सांस रोककर टकटकी लगाएं बैठे हैं.. यह महासंग्राम जिसे लोग अब तक का सर्वश्रेष्ठ मुकाबला मान रहे हैं लेकिन वह नहीं जानते हैं कि यह मुकाबला अंतिम और फाइनल नहीं होगा.. राजनीति में दूर दृष्टि रखने वाले लोगों का मानना है कि यह तो तखतपुर नगर पालिका का चुनाव तखतपुर विधानसभा राजनीति का सेमीफाइनल मैच है और इस मैच का विजेता 2028 विधानसभा चुनाव में प्रबल दावेदार भी हो सकता है…

दरअसल तखतपुर विधानसभा में भविष्य की राजनीति की इमारत खड़ी करने के लिए यह एक बुनियाद रखी जा रही है और माना जा रहा है कि बुनियाद जितनी मजबूत होगी, इमारत उतनी ही ऊंची और बुलंद खड़ी होगी..

चुनाव के छुतहा लोग रिजल्ट का दही कांदा करने फिर दिख रहे सक्रिय..

चुनावी राजनीति में मनहुसियत, पनौती और छुतहा साबित होने वाले लोग फिर सक्रिय दिखने लगे हैं जो रिजल्ट का एग्जिट पोल बनकर घूम भी रहे…! इन्हें तो देखते ही इन्हें पहचानने वाले लोग रिजल्ट को लेकर आशान्वित भी हो जाते हैं… एक फिल्म आई थी जिसका नाम था हाउसफुल उस फिल्म में जुआघर कैसिनो का मालिक एक ऐसे मनहूस, पनौती और छुतहा (अक्षय कुमार) को किराए पर रखा रहता है जो जुआ खेल रहे व्यक्ति के पास से गुजरता था वहां बैठे लोग जुआ हार जाते थे और जुआ घर कैसिनो मालिक को काफी फायदा होता था..

वैसे ही तखतपुर नगर की राजनीति में भी कुछ ऐसे छुतहा टाइप के लोग है जो बड़े से बड़े राजनेताओं को धराशाई कर अपनी छुतहागिरी का परचम लहरा कर इस फील्ड के गोल्ड मेडलिस्ट है। चुनावी छुतहा लोगों का समूह अलग-अलग गुट में बंटकर अलग-अलग वार्डों में पार्षदों की मेहनत और उनके खर्च पानी का रिजल्ट में दही कांदा करने के लिए बिंदास सक्रिय है.. जो ऐसे चुनावी छुतहा लोगों को पहचान गए हुए है वे अपने खर्चे पर इन्हें विपक्षी दल में अटैच करने का पूरा जुगाड़ लगाए रहते हैं.. विजय जुलूस को तरस जाने वाले ऐसे चुनिंदा चिन्हांकित चेहरे सब जानते समझते हुए भी पेले पड़े है.. जो इन्हें पहचान रहे हैं वह तो इन्हें अपने साए से भी दूर रखे हुए हैं.. वैसे यह लोग घर घुसर कर चिपकने में काफी माहिर और स्पेशलिस्ट है…

5 साल की मेहनत पर कुकरा चेपटी से फैलाया जा रहा रायता…

तखतपुर नगर पालिका की राजनीति अभी पूरी तरह से गर्म नहीं हुई है पर कुछ एरिया विशेष में कुकरा चेपटी का दौर जमकर आरंभ हो गया है जिस वजह से इस बार का चुनाव कई वार्डों में बेलगाम घोड़े की तरह भागते हुए दिखेगा.. अब ऐसा बेलगाम घोड़ा डर्बी रेस की मैदान जीत कर आता है या फिर अपने सवार को ही गिराकर धराशाई कर देगा यह तो 15 फरवरी को पता चलेगा पर फिलहाल तो चुनावी दंगल के शुरुआती दौर में ही कुकरा चेपटी प्रेमियों की जिस तरह बल्ले बल्ले हो गई है उससे तो यही लग रहा है कि आगामी 10/11 दिनों तक या तो पूरा शहर ही मयखाना बन जाएगा और जिसे देखते ही लोग कहने लगेंगे.. ना झड़ी न झक्कड़, पूरा शहर ही हो गया है पियक्कड़..

राही बदल रहे …

बीते कुछ वर्षों की राजनीति में इतना ज्यादा उलट फेर और कूदा फांदी हुई है कि विशुद्ध गैर राजनीतिक आम आदमी को तो दिमाग में जोर देना पड़ जाता है कि अरे यह इस पार्टी में कब आ गए..? तखतपुर नगर पालिका चुनाव में देखो तो दिमाग का पंचर हो जाता है.. जन्मजात के कांग्रेसी जहां फूल छाप में लड़ रहे हैं.. वहीं फूल छाप के नेता पंजा छाप में चले गए हैं। कई वार्ड में तो ऐसी स्थिति हो गई है पुराने कांग्रेसी ही अलग-अलग छाप में आमने-सामने आ रहे हैं। वार्ड क्रमांक 8 में ही सारे के सारे कांग्रेसी ही अलग-अलग छाप में चुनाव लड़ने के लिए आमने-सामने हो गए हैं। यहां से मूलतः भाजपाई गायब है। ऐसे ही स्थिति कमोबेश कई वार्डों में और बनी हुई है। जनता अगर इस बार चुनाव लड़ रहे नेताओं के राजनैतिक इतिहास में नजर डालेगी तो मतदान करने के लिए उन्हें सिंबॉल और दल को लेकर कन्फ्यूजन की स्थिति भी बन सकती है। विचारधाराओं की दुहाई देने वाले नेताओं के लिए अब चुनावी सिंबॉल ही राजनीतिक निष्ठा आस्था का सबसे बड़ा आधार बना हुआ है…
क्या आप जानते हैं इन्हें ..?

👉 तखतपुर के तेज तर्रार फायर ब्रांड कांग्रेस नेता अपने वक्तव्य और बयान बाजी को लेकर हमेशा मशहूर रहते हैं.. उनका इन दोनों एक गर्मा-गर्म तरों-ताजा बयान चल रहा है कि… तखतपुर नगर पालिका चुनाव का रिजल्ट मेरे 2004 का बदला होगा….?
👉 नगर पालिका चुनाव से पहले भारी भरकम तैयारी के साथ जोरदार एंट्री करने का दावा करने वाले चुनाव की पिक्चर से ही पूरी तरह से दूर-दूर तक गायब लग रहे हैं..? लोग इन्हें मिस्टर इंडिया के लाल चश्मा में भी नहीं देख पा रहे हैं…?
अब देखना यह है कि धीरे-धीरे अपने शबाब की ओर बढ़ता जा रहा तखतपुर नगरपालिका का चुनाव अंतिम दौर तक क्या-क्या नया-नया रंग रूप आकार लेगा…
तब तक के लिए नारायण नारायण…😊





