राजनीतिक पृष्ठभूमि का दो बड़ा घराना सीधे-सीधे आमने-सामने…

राजनीतिक पृष्ठभूमि का दो बड़ा घराना सीधे-सीधे आमने-सामने…

अपने-अपने राजनीतिक इतिहास की गाथा के साथ नई पीढ़ी की बहुएं करेंगी चुनावी दो-दो हाथ..

बृजपाल सिंह हूरा…✍️

तखतपुर। नगर पालिका चुनाव का शंखनाद हो चुका है और तखतपुर नगर राजनीति का दो पुराने और प्रमुख घराने इस बार अपनी नई पीढ़ियां को सामने लाकर एक दूसरे को हराने के लिए चुनावी मैदान में उतर पड़े हैं। दोनों परिवारों का तखतपुर नगर में अपना एक राजनीतिक इतिहास है और निश्चित रूप से दोनों प्रतिद्वंदियों की नई पीढ़ियां के चेहरे अपने-अपने राजनीतिक पारिवारिक पृष्ठभूमि इतिहास को ही प्रमुख आधार कार्ड बनाकर अपनी पहचान साबित और सिद्ध करेंगे और जनता के मतों का प्रतिशत भी लगभग इसी आंकलन के आधार पर ही आंकड़ों के खेल में घट बढ़ सकता है।

भाजपा प्रत्याशी वंदना बाला सिंह का नामांकन दाखिल कराते विधायक धर्मजीत सिंह

       आरक्षण आने के बाद भाजपा की टिकट लगभग तय ही थी और जो लोगों ने सोचा था उसी हिसाब से टिकट मिली भी.. जबकि कांग्रेस की टिकट को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति बनी थी लेकिन जिस धमाके से कांग्रेस की टिकट का विस्फोट हुआ है उसने तखतपुर के नगर पालिका अध्यक्ष चुनाव को एक नया ऐतिहासिक और रोमांचक बनाने की दिशा में सिद्ध साबित हुआ। निश्चित रूप से नामांकन दाखिले में भाजपा ने अपनी सत्ताधारी जलवा का खुलकर प्रदर्शन किया और अपने बुलंद इरादों को स्पष्ट भी किया। वही कांग्रेस लो-प्रोफाइल में चलकर ताम-झाम के प्रतिस्पर्धा से परे हटकर ही अपना नामांकन दाखिल किया है।

विधायक और पूर्व विधायक होंगे आमने-सामने

कांग्रेस प्रत्याशी पूजा मक्कड़ का नामांकन दाखिल कराते पूर्व विधायक रश्मि आशीष सिंह जगजीत सिंह मक्कड़

        नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव कांग्रेस और भाजपा के लिए अब एक प्रतिष्ठा का प्रश्न बन चुका है। भाजपा विधायक धर्मजीत सिंह के काफी निकट जाने वाले वंदना सिंह पर भाजपा की प्रतिष्ठा लगी है। वहीं कांग्रेस की पूर्व विधायक रश्मि आशीष सिंह की गुटीय प्रतिद्वंद्विता भले ही बनी रही लेकिन उन्होंने नामांकन दाखिल में आकर अपनी एक स्वस्थ राजनीतिक प्रतिस्पर्धा को प्रदर्शित करते हुए यह संदेश देने की कोशिश की है कि टिकट वितरण के बाद सारी प्रतिस्पर्धा और विवाद एक तरफ रह जाते हैं। कांग्रेस खेमे से दो पूर्व विधायक रश्मि सिंह जगजीत सिंह मक्कड़ ने साथ मिलकर कांग्रेस प्रत्याशी पूजा मक्कड़ का नामांकन दाखिल कराया। चुनाव का समर 1 फरवरी से स्पष्ट दिखने लगेगा और देखना यह है कि विधायकों का समूह अपने प्रभाव से चुनाव परिणाम को किस हद तक प्रभावित करने में कामयाब होंगे।

महिला प्रत्याशी देने में कांग्रेस मारी बाजी

     तखतपुर नगर पालिका अध्यक्ष पद अनारक्षित महिला के लिए आरक्षित है इस वजह से दोनों पदों पर महिला प्रत्याशी हैं। वहीं पार्षद में दखतपुर नगर के कुल 15 वार्डों में 5 वार्ड महिला के लिए आरक्षित है जिनमें से कांग्रेस ने एक कदम आगे बढ़कर 7 महिला प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं जबकि भाजपा ने 6 महिला प्रत्याशी पार्षद के लिए चुनाव मैदान में खड़े किए हैं। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में तीन महिलाओं ने अपना नामांकन दाखिल किया है। इस तरह तखतपुर नगर के 15 वार्डों में कुल 18 महिला प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतर चुकी हैं।

अध्यक्ष सहित ज्यादातर वार्डों में भाजपा कांग्रेस की सीधी फाइटिंग

       तखतपुर नगर पालिका चुनाव में शायद यह पहली बार हो रहा होगा कि अध्यक्ष के चुनाव में कोई तीसरा कोण बना ही नहीं है और सीधे-सीधे आमने-सामने के डायरेक्टर फाइट है। इस वजह से तीसरे मोर्चे के समीकरण का नफे नुकसान वाला समीकरण इस बार पड़ने का सवाल ही नहीं उठ रहा है। जनता के पास Yes और No की स्थिति है और यही चुनाव परिणाम का सीधा-सीधा आधार होगा। वार्डों में भी देखा जाए तो कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधे-सीधे मुकाबले की स्थिति ही बनी हुई है। कुछ वार्डों में निर्दलीय प्रत्याशी है तो उनकी तस्वीर नाम वापसी के आखिरी दिन स्पष्ट हो पाएगी। शुरूआती रुझान में तो यह लग रहा है कि वार्ड क्रमांक 5 में ही कड़े त्रिकोणीय मुकाबले की स्थिति बनेगी।

दो सड़वा लड़ते-लड़ते दूसरे वार्ड में घुस गए

   कई बार हम देखते हैं कि दो सड़वा की लड़ाई इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि वह पंजाबी मोहल्ला से लड़ते-लड़ते सिंधी मोहल्ला तक पहुंच जाते हैं। कुछ इस तरह का ही फार्मूला इस बार वार्ड चुनाव में दिख रहा है। पिछले पंचवर्षीय पार्षद चुनाव में वार्ड क्रमांक 3 में नैनलाल साहू एवं शैलेंद्र निर्मलकर के बीच में तगड़ा मुकाबला हुआ था। वह मुकाबला अब वार्ड क्रमांक 3 से निकलकर इस पंचवर्षीय में वार्ड क्रमांक 4 में पहुंच गया है। लोगों में यही चर्चा है कि पिछले मुकाबले में लगता है कुछ बातें अधूरी रह गई थी जो इन्होंने इस बार अपना युद्ध मैदान भी बदल दिया है। कुछ लोगों ने कहा कि दोनों सड़वा लड़ते-लड़ते वार्ड क्रमांक 3 से अब 4 में पहुंच गए हैं। मजेदार बात यह है कि भाजपा कांग्रेस के यह दोनों प्रत्याशी अपनी अपनी पार्टी से पहली पसंद में शामिल नहीं थे और अंतिम क्षणों में ही इन दोनों का नाम फाइनल मुकाबले के लिए सामने आया है।

वार्ड 2 से ईश्वर राजपूत ने नामांकन रैली में दिखाई अपनी ताकत

वार्ड 2 भाजपा प्रत्याशी ईश्वर सिंह राजपूत नामांकन रैली में दिखा दी अपनी ताकत

  भाजपा की नामांकन रैली शानदार तो रही है इसके शानदार होने में वार्ड क्रमांक 2 का भरपूर योगदान रहा। दरअसल भाजपा से अध्यक्ष प्रत्याशी वंदना बाला सिंह बीते 5 साल नगर पालिका उपाध्यक्ष होने के साथ-साथ वार्ड क्रमांक 2 से पार्षद भी रही और इस बार यहां से उन्होंने अपनी पसंद के ही ईश्वर सिंह को वार्ड 2 की कमान सौंपी है। ईश्वर सिंह भी गोरे सिंह ठाकुर वाली अपनी पैतृक राजनीतिक विरासत के साथ-साथ बीते 5 साल की वंदना सिंह की सक्रियता का भरपूर लाभ उठाते हुए वार्ड वासियों की भारी भीड़ के साथ रैली में शामिल हुए और आरंभिक तौर पर तो यही संदेश दिया है कि भारतीय जनता पार्टी वार्ड 2 में एक बार फिर से बड़ा धमाका करने के मूड में है।

       अब देखना यह है कि तखतपुर नगर के दो पुराने घराने के नए पीढ़ियों की तखतपुर नगर के नंबर वन पद के लिए मचे चुनावी संघर्ष में जनता का समर्थन किस पक्ष में बैठता है….

       तब तक के लिए नारायण नारायण….😊

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