जिला पंचायत आरक्षण होते ही दिग्गज निकलने लगे अपनी-अपनी मांद से…

जिला पंचायत आरक्षण होते ही दिग्गज निकलने लगे अपनी-अपनी मांद से…

दिग्गजों के बीच में ही घमासान का बनने लगा है शुरुआती रुझान…

बृजपाल सिंह हूरा…✍️

तखतपुर। पंचायत चुनाव के आरक्षण होते ही तखतपुर क्षेत्र के 4 बड़े-बड़े जिला पंचायत क्षेत्र में दावेदारों की दावेदारी सामने आने लगी है। आमतौर पर यही माना जाता है कि विधानसभा चुनाव के बाद क्षेत्र में जिला पंचायत का ही चुनाव सबसे बड़ा माना जाता है और राजनीति में विधानसभा की ट्रेन पकड़ने के लिए जिला पंचायत को ही एक बड़ा प्लेटफार्म माना जाता है। सीधे-सीधे तौर पर विधानसभा क्षेत्र में जिला पंचायत के माध्यम से ही लोग खुद को सेकंड लाइन का नेता साबित करते हैं और इसी कड़ी में जैसे ही जिला पंचायत का आरक्षण सामने आया है खुद को चुनाव में फिट करने के लिए दावेदारों की दावेदारी ताल ठोकने के साथ-साथ संवादों में तेवर का तड़का भी लगना आरंभ हो गया है…

       कांग्रेस के बाहुबली के नाम से मशहूर नेता और दो बार के दबंग जिला पंचायत सभापति रह चुके नेताजी ने तीसरी पारी की शुरुआत पर जहां अपने क्षेत्र का ऐलान किया वहीं कहा कि उनका लड़ना तय है चाहे सामने कोई भी आए.. वैसे इन्होंने बीते दोनों चुनाव में राजनीतिक दृष्टिकोण से एक बड़ी जीत ही दर्ज की है इसलिए इनका चुनावी मैजिक हैट्रिक की दहलीज पर आ खड़ा हुआ है और उम्मीद की जा रही है कि इस बार भी चुनावी पिटारे से अपने लिए जीत का राह तैयार कर ही लेंगे…

    जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 6 जो निगारबंद से जूनापारा क्षेत्र की तरफ तक जाता है। यहां से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जितेंद्र पांडेय ने जीता था। यह क्षेत्र इस बार आरक्षण में अनारक्षित महिला हुआ है। जैसे ही आरक्षण की घोषणा हुई वैसे ही इस क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी के रूप में वर्तमान में जनपद सभापति श्रीमती ललिता संतोष कश्यप ने जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी। उन्हें विश्वास है कि भारतीय जनता पार्टी उन्हें अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित करेंगे। ललिता संतोष कश्यप ने कहा कि वे शायद क्षेत्र की पहली ऐसी जनप्रतिनिधि होगी जो अभी तक पंचायत चुनाव की 5 अलग-अलग चुनाव जीत चुकी है। उनके चुनावी सारथी ग्रुप में संतोष कश्यप की भूमिका महाभारत के श्री कृष्ण के जैसे रहती है। इसी क्रम में क्षेत्र क्रमांक 7 की जिला पंचायत सदस्य श्रीमती ममता धनंजय सिंह क्षत्रिय ने महिला आरक्षित होने की वजह से क्षेत्र क्रमांक 6 में अपना मजबूत दावा ठोक दिया है और पूरे दम के साथ चुनाव लड़ने की बात कही है। पिछले बार इन्होंने जिस तरह से क्षेत्र क्रमांक 7 में दिग्गजों को धूल चटाई थी उससे यही लग रहा है कि एक बड़ा घमासान क्षेत्र क्रमांक 6 में देखने को मिल सकता है।

दिव्या डॉ गणेश कौशिक

जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 6 से दिव्या डॉ. गणेश कौशिक का नाम भी सामने आ रहा है और इनके द्वारा दावा किया जा रहा है कि पूरे दम काम के साथ चुनाव लड़ा जाएगा।

स्वाति राहुल शुक्ला

जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 6 से भाजपा प्रत्याशी के रूप में स्वाति राहुल शुक्ला की दावेदारी तेजी से आगे बढ़ी है। इस क्षेत्र के लिए पुराने बहुत ही प्रतिष्ठित लोगों में शामिल है और इनका जनाधार क्षेत्र का पैमाना बहुत ही विशाल है। अगर भारतीय जनता पार्टी इन्हें प्रत्याशी बनाती है तो यह बहुत बड़ा उलट फेर करने में सक्षम है।

        जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 7 आरक्षण में अनारक्षित मुक्त हुआ है। वर्तमान में यहां से ममता धनंजय क्षत्रिय जिला पंचायत की सदस्य है। इस क्षेत्र से सर्वप्रथम दावा कांग्रेस नेता और दो बार के जिला पंचायत सदस्य रह चुके जितेंद्र पांडेय ने अपनी हैट्रिक पारी खेलने के लिए पूरी दमदारी से चुनाव लड़ने का दावा किया है और आरक्षण की घोषणा के साथ में क्षेत्र में अपने पुराने कार्यकर्ताओं से भेंट मुलाकात कर उन्हें अपने चुनावी मंसूबों से अवगत भी करा दिया है। इसी क्रम में इस क्षेत्र से कांग्रेस नेता शिवबालक कौशिक ने भी अपने दावेदारी पेश करके चुनाव को रोमांचक मोड़ पर ले जाने की दिशा में अपने संकेत दे दिए हैं। ग्रामीण क्षेत्र के चुनावी चाणक्य माने जाने वाले शिवबालक कौशिक को विश्वास है कि कांग्रेस पार्टी उन्हें अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित करेगी। इसी क्षेत्र से ही वर्तमान में जनपद सदस्य शिवेंद्र कौशिक ने भी अपने दावेदारी ठोक दी है। भाजपा नेता और जनपद पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष चंद्रकांत द्विवेदी ने भी अपनी राजनीति की एक नई पारी फिर से शुरुआत करने के लिए यहां से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। ग्रामीण क्षेत्र के चुनाव जीतने का बहुत पुराना अनुभव है। चंद्रकांत द्विवेदी का जनसंपर्क भी क्षेत्र में बहुत जबरदस्त है जिस वजह से इन्हें हल्के में नहीं लिया जा सकता है। इन सब से परे हटकर जो क्षेत्र से खबर आ रही है उसके मुताबिक ऐन मौके पर भारतीय जनता पार्टी से तुरुप का इक्का के रूप में विशाल विक्की सिंह चुनावी समर में एक धमाकेदार एंट्री कर सकते हैं। हालांकि इस विषय पर भाजपा नेता विशाल विक्की सिंह ने कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है पर सियासी पंडितों का मानना है कि राजनीति में खामोश जुबान का जवाब कुछ लक्षण और गतिविधियों से भी पाया जा सकता है।

     जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 7 से तखतपुर के समाज सेवी और जन सेवा कार्य में लगे रहने वाले गैर राजनीतिक व्यक्तित्व की धनी आशुतोष द्विवेदी की एंट्री ने एक नया ट्विस्ट ला दिया है… गौटियाना परिवार से संबंध होने के कारण एक सक्षम व्यक्तित्व और परिणाम की परवाह किए बगैर ही अपनी मंजिल की ओर चल पड़ने का दम रखने वाले आशुतोष द्विवेदी अगर गंभीरता से जिला पंचायत क्षेत्र का चुनाव लड़ते हैं तो निश्चित ही राजनीति में शुद्धता और अच्छे लोगों के भी चुनाव में उतरने के एक अच्छे संदेश को लेकर ये मैदान में उतरेंगे…

गिरीश मयाराम कश्यप

    जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 7 में गिरीश कश्यप की दावेदारी चुनावी समीकरण को बिगाड़ने और बनाने में पर्याप्त भूमिका निभा सकती है। गिरीश मयाराम कश्यप अधिवक्ता यह नाम तखतपुर विधानसभा क्षेत्र में किसी पहचान का मोहताज नहीं है। बहुत बड़े परिवार से संबंध रखने की वजह से इनका जनाधार और लोकप्रियता बहुत ज्यादा है। अगर भारतीय जनता पार्टी इन्हें अपना प्रत्याशी बनाती है तो यह बड़े-बड़े दिग्गजों को भी धूल चटा सकते हैं और चुनाव के परिणाम से लोगों को भौचक्क भी कर सकते है। गिरीश मयाराम कश्यप ने जिस तरह से अपनी दावेदारी ठोकी है। अगर यह पार्टी समर्थन से वंचित भी हो जाते हैं तो भी यह स्वतंत्र रूप से चुनाव में तहलका मचाने के लिए काफी हैं।

    जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 7 से प्रदीप ताम्रकार एवं सत्यम ताम्रकार का नाम कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में तेजी से उभर कर सामने आया है। एनएसयूआई के अध्यक्ष होने के नाते क्षेत्र के युवा वर्ग में उनकी अच्छी खासी पैठ है। ताम्रकार ज्वेलर्स का नाम पूरे क्षेत्र में काफी प्रचलित है जिस वजह से जान पहचान की मोहताजी कम से कम सत्यम ताम्रकार को नहीं होगी। कांग्रेस सेवादल के प्रदेश महासचिव प्रदीप ताम्रकार की लोकप्रियता और जनप्रियता का लाभ भी कांग्रेस को मिल सकता है। प्रदीप ताम्रकार एवं सत्यम ताम्रकार जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 7 से एक बड़ा धमाका कर सकते हैं।

संजीव खांडे

     जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 7 से काठाकोनी के पूर्व सरपंच एवं बीते विधानसभा चुनाव प्रत्याशी संजीव खांडे ने भी अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर दी है और वह जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 7 से चुनाव लड़ने के लिए अपनी तैयारी आरंभ कर दिए हैं संजीव खांडे के आने से कई दावेदारों के समीकरण बिगड़ भी सकते हैं

      जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 8 वर्तमान में यहां से मीनू सुमंत यादव जिला पंचायत सदस्य हैं और यह क्षेत्र आरक्षण में अनारक्षित मुक्त हुआ है तो स्वाभाविक रूप से इस क्षेत्र से उनकी भी दावेदारी जमकर होगी और भारतीय जनता पार्टी से राकेश तिवारी, निलय तिवारी, भारती नीरज माली का नाम खुलकर सामने आया है। निलय तिवारी डॉक्टर प्रमोद तिवारी के पुत्र होने के साथ-साथ क्षेत्र में उनकी सक्रियता और लोकप्रियता से इनकार नहीं किया जा सकता है। निलय तिवारी अपने व्यक्तित्व और लोकप्रियता से एक मजबूत दावेदार साबित हो रहे हैं। वही अपने क्षेत्र के किंग मेकर माने जाने वाले और चुनावी गणित को बहुत नजदीक से समझते हुए चुनावी हवा का रुख भी उलट पलट कर देने का दम रखने वाले राकेश तिवारी की दावेदारी ने क्षेत्र में रोमांचक मुकाबले का संकेत दिया है। श्रीमती भारती नीरज माली ने भी यहां से अपने दावेदारी को पेश किया है। यहां से श्रीमती भारती नीरज माली जिला पंचायत सदस्य रह चुकी हैं और क्षेत्र में उनके परिवार की जड़े काफी मजबूत भी है। जिस तरह क्षेत्र क्रमांक 7 से विशाल विक्की सिंह का नाम आ रहा है, इस तरह ही क्षेत्र क्रमांक 8 में भी पूरी संभावना जताई जा रही है कि आखिरी मौके पर इस युवा भाजपा नेता को पार्टी जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 8 में अपना प्रत्याशी बना सकती है। सूत्रों के अनुसार यह सब खबरें क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं और मतदाताओं के बीच से ही निकल कर आ रही है। इस हिसाब से अनुमान लगाया जा रहा है कि भाजपा युवा नेता विशाल विक्की सिंह 7 या 8 से भाजपा के सशक्त प्रत्याशी हो सकते हैं और अगर ऐसा होता है तो यह जिला पंचायत सीट पूरे विधानसभा में चुनावी हॉट सीट बन जाएगी।

    जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 9 जहां अभी घनश्याम कौशिक जिला पंचायत सदस्य हैं, यह क्षेत्र आरक्षण में अनारक्षित महिला हुआ है और खुलकर अभी दावेदारी में भाजपा नेत्री श्रीमती पूनम शुक्ला का नाम आ रहा है।

    महिला होने के कारण यहां महिला दावेदारों को शिफ्ट करने या यहां से चुनाव लड़ने का सुझाव दे सकते है। इसके अतिरिक्त ओवरलोड दावेदारों को भी इधर-उधर शिफ्ट करने में क्षेत्र क्रमांक 9 में भी आने वाले दिनों में भीड़ बढ़ सकती है। आने वाले दिनों में कई दावेदार और चुनावी रंगरूट भी सामने आएंगे जो चुनावी आसमान पर अपने फड़फड़ाते पंखों से उड़ान भरने की कोशिश करेंगे…
      अब देखना तो यही होगा कि अपने परों और इरादों के दम पर किसकी उड़ान ऊंची हो सकती है..
    तब तक के लिए नारायण नारायण…😊

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