लोरमी का सियासी समीकरण : किसी की जीत की राह नही आसान

लोरमी का सियासी समीकरण : किसी की जीत की राह नही आसान

लोरमी (प्रमोद जायसवाल) विधानसभा चुनाव 2023 के लिए लोरमी विधानसभा में प्रत्याशियों का चेहरा लगभग साफ होता नजर आ रहा है। गुरूवार को जेसीसीजे ने भी लोरमी विधानसभा से सागर सिंह को अपना उम्मीद्वार घोषित कर दिया। इससे पहले भाजपा ने पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद अरूण साव को तथा कांग्रेस राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष थानेश्वर साहू को उम्मीद्वार घोषित कर चुका है। इसमें से भाजपा प्रत्याशी 27 अक्टूबर तो जेसीसीजे प्रत्याशी 30 अक्टूबर को नामाकंन दाखिल करेगें। वही कांग्रेस प्रत्याशी ने गुरूवार को नामाकंन दाखिल किया। इधर जेसीसीजे के बागी विधानसभा प्रभारी मनीष त्रिपाठी ने भी निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, उन्होने शुक्रवार को लालपुर धाम में बाबा गुरूघासीदास जी का आशीर्वाद लेकर नामाकंन दाखिल करने की बात कही है। इधर आम आदमी पार्टी, बसपा, सहित कई निर्दलीय भी मैदान में उतर चुके है। प्रत्याशियों की संख्या और उसके प्रभाव को देखते हुऐ फिलहाल कोई भी निष्पक्ष राजनीतिक पंडित किसी के पक्ष में जीत-हार की बात नही कह रहे है। कुल मिलाकर लोरमी विधानसभा में सियासी समीकरण से प्रतीत हो रहा है कि किसी की भी जीत की राह आसान नही है।
      सियासी रंगत ने नही पकड़ा जोर
      लोरमी विधानसभा की हाई प्रोफाईल सीट में फिलहाल चुनावी रंगत ने जोर नही पकड़ा है, हालाकि प्रत्याशियों का जनसंपर्क निरंतर जारी है, कयास लगाया जा रहा है कि प्रथम चरण के मतदान संपन्न होने के बाद ही सियासी फिजा रंगीन नजर आयेगी।
   चेहरे पर होता रहा चुनाव
      लोरमी विधानसभा में अब तक के आकड़ो पर गौर करे तो यहां चेहरे पर ही चुनाव हुआ है 2023 का विधानसभा चुनाव बड़ा दिलचस्प होने वाला है, यह चुनाव त्रिकोणीय, चतुष्कोणीय होने की भी प्रबल संभावना है। इस चुनाव में वोट कटुआ कितने मत प्राप्त करते है यह भी देखने वाली बात होगी, क्योकि इनके मत सीधे-सीधे प्रमुख पार्टी के प्रत्याशियों के परिणाम पर असर डालते है।
       तब तक के लिए नारायण नारायण….😊
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