जब इंदिरा लहर में भी तखतपुर में भाजपा का कमल खिला

जब इंदिरा लहर में भी तखतपुर में भाजपा का कमल खिला

1984/85 के दौर में देश कांग्रेस मय रहा, लेकिन तखतपुर में कांग्रेस प्रत्याशी को मिली करारी शिकस्त

तखतपुर (बृजपाल & ललित) तखतपुर विधानसभा क्षेत्र में किसी लहर का साया भी परिणाम को प्रभावित नहीं कर पाता है, इसका सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि इंदिरा लहर में जब देश भर में चारों तरफ कांग्रेस का परचम लहरा रहा था तब तखतपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा का कमल खिला था और 3677 मतों से मनहरण लाल पांडेय ने कांग्रेस के हाफिज मोहम्मद को शिकस्त का आईना दिखाया था… इंदिरा लहर में पूरे मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जहां 250 सीट हासिल की, वहीं भाजपा मात्र 58 सीटों पर ही सिमटी रही। ऐसे में तखतपुर में कांग्रेस की हार यहां के कांग्रेस जनों में निराशा का भाव लाई क्योंकि कुछ महीनों पहले ही हुए लोकसभा चुनाव में तखतपुर विधानसभा क्षेत्र से खेलन राम जांगड़े कांग्रेस को लगभग 10000 की जीत मिली थी। अब इस पर यही कहा जा सकता है कि तखतपुर के मतदाता हमेशा से ही जागरूक रहे हैं और उन्होंने दलीय निष्ठा से भी बढ़कर व्यक्तित्व (उम्मीदवार) पसंद पर हमेशा ही अपने समर्थन की मुहर लगाई है।

    1980 में कांग्रेस के ताहेर भाई वनक ने मनहरण लाल पांडेय को हराकर विधायक बने। 1985 में जब विधानसभा चुनाव की दस्तक हुई तो सभी को उम्मीद थी कि ताहेर भाई वनक को फिर से कांग्रेस से टिकट मिलेगी और इंदिरा लहर में भी फिर निश्चित रूप से चुनाव जीतकर विधायक बनेंगे। अब इसे कांग्रेस की उच्च स्तरीय गुटबाजी कहें या तकदीर का खेल कि तखतपुर के स्टैंडिंग एमएलए ताहेर भाई वनक की कांग्रेस पार्टी ने ऐन वक्त पर टिकट काट दी और यहां से मुंगेली निवासी हाफिज मोहम्मद जो की तखतपुर के लोगो के लिए पूरी तरह से अनजान नाम और चेहरा रहा, उन्हें कांग्रेस का उम्मीदवार घोषित कर दिया।

      चुनाव आरंभ हुआ और कांग्रेस को प्रत्याशी चयन खामियाजा इंदिरा लहर में भी उठाना पड़ा। यहां से मनहरण लाल पांडेय एक बार फिर से 21947 मत पाकर विधायक चुने गए जबकि कांग्रेस के हाफिज मोहम्मद को 18270 मत मिले। इस तरह इंदिरा लहर में भी कांग्रेस तखतपुर विधानसभा क्षेत्र से 3677 वोटो से चुनाव हार गई। स्टैंडिंग एमएलए ताहेर भाई वनक की टिकट काटने का खामियाजा इस कदर भुगतना पड़ा कि इसके बाद लगातार तीन चुनाव (1985, 1990, 1993) कांग्रेस हारी भाजपा के मनहरण लाल पांडेय ने लगातार तीन निरंतर जीत की हैट्रिक भी बनाई। यह क्रम थमा जब मनहरण लाल पांडेय जांजगीर क्षेत्र से सांसद बने और तखतपुर विधायक पद से इस्तीफा दिया और 1996 में हुए उप चुनाव में बलराम सिंह यहां से कांग्रेस विधायक बने।

इसी वर्ष ही पुन्नूलाल मोहले का भी राजनीतिक उदय हुआ

     आज के दौर के बहुत लोकप्रिय भाजपा वरिष्ठ नेता पुन्नू लाल मोहले ने तखतपुर समीपस्थ जरहागांव विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े और मात्र 501 मतों से चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बनकर भोपाल पहुंचे। यहां से पुन्नू लाल मोहले को 16548 वोट और कांग्रेस के शिव प्रसाद को 16047 वोट मिले।
        इतिहास के पन्नों से इसी तरह की पुरानी रोचक जानकारियों और खबरों के साथ हम आपके पास समय-समय पर आते रहेंगे…
        तब तक के लिए नारायण नारायण….😊
error: Content is protected !!