पिछली हार की सजा भुगत कर नए सिरे से नई पारी खेलने के लिए मजबूत तैनात दिख रहे बिहारी देवांगन
मैं अपनी गलतियों की सजा भुगत चुका हूं.. आप अंतरात्मा की आवाज सुनकर मुझे अपना सेवक बनाएं: बिहारी देवांगन
बृजपाल सिंह हूरा…✍️
तखतपुर। इंसान वही है जो अपनी पिछली गलतियों से सबक लेकर उठकर एक बार फिर से जिंदगी की जंग की फतेह के लिए फिर से चल पड़ता है और सही मायनों में ऐसा इंसान ही अपने अच्छे बुरे अनुभवों के साथ एक खरा सोना साबित होता है..

कुछ ऐसा ही हाल नगर पालिका चुनाव परिपेक्ष्य में वार्ड क्रमांक 8 में देखने को मिल रहा है जिसमें सन् 2014 से लेकर 2019 तक पार्षद रहे बिहारी देवांगन को अगले कार्यकाल में पराजय का सामना करना पड़ा। उसने इस 5 साल में अपनी हार का ठीकरा किसी के भी सिर में ना फोड़ते हुए खुद अपनी गलतियों और कमियों का आंकलन किया उसे स्वीकार करते हुए उसे सुधारते हुए पूरे 5 साल तक जनसेवा में सक्रिय रहे।

आज जब एक बार फिर से पार्षद चुनने का अवसर मिला है तो लोगों की मानसिकता और झुकाव बिहारी देवांगन के प्रति बढ़ता जा रहा है और वह इसलिए भी है कि पिछली हार की सहानुभूति बिहारी देवांगन के साथ है.. बिहारी देवांगन एक-एक मतदाता से हाथ पैर जोड़कर अपने लिए झोली फैला कर समर्थन मांग रहे हैं उनका कहना है कि अगर मैंने गलतियां की थी तो उसकी सजा मैं पा चुका हूं और एक बार मुझे फिर से अपना सेवक बनाने का अवसर प्रदान करें।

बिहारी देवांगन का कहना है कि चुनाव भले ही त्रिकोणीय संघर्ष में फंस गया है पर आप लोग अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर एक सही और काबिल व्यक्ति को अपना सेवक चुने। मैं 5 साल पार्षद रहा उसके बाद हार गया इस 5 साल के कार्यकाल में अपने वार्ड क्रमांक 8 में सबसे ज्यादा अपनी सेवा के लिए किसे पाया है। दिल की सच्चाई से इस बात को याद कीजिए और सच्चाई का साथ देते हुए मुझे एक बार फिर से अपना सेवक बनाने का अवसर दीजिए..
मैं आप लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि मैं आप लोगों के हितों की रक्षा करूंगा.. शासन की सभी योजनाओं का लाभ दिलाऊंगा और कभी भी बेईमानी भ्रष्टाचार का साथ नहीं दूंगा..
अब देखना यह है कि बिहारी देवांगन के प्रति बनी सहानुभूति का असर कल के मतदान तक कितना बढ़ पाएगा…
तब तक के लिए नारायण नारायण…😊
