तखतपुर के दिग्गजों का भाग्य EVM में कैद.. 3 दिसंबर को उठेगा पर्दा
तखतपुर। तखतपुर विधानसभा चुनाव 2023 का रोमांचक मुकाबला ऐतिहासिक रहा। धर्मजीत सिंह एवं रश्मि आशीष सिंह जैसे दिग्गजों का भाग्य आज EVM में कैद हो गया और वह अब 3 दिसंबर को एक जादू की तरह निकलेगा और किसकी होगी जीत किसकी होगी हार..? इसके रहस्य से पर्दा भी उठेगा..
भाजपा प्रत्याशी धर्मजीत सिंह अपनी जीत को लेकर आश्वस्त दिखते हुए आज मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया और अपने मतदान केंद्र में जाकर मतदान भी किया।
कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती रश्मि आशीष सिंह ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया और मतदाताओं से मिली उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को कहा कि हम लोग एक बड़े अंतर से जीत की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। नगर ही नहीं गांव क्षेत्र में भी हमें और हमारे काम को लोगों ने पसंद किया है।
जूनियर मक्कड़ दिन भर रहे सक्रिय
कांग्रेस प्रदेश सचिव आत्मजीत सिंह मक्कड़ आज मतदान दिवस पर सुबह से ही सक्रिय दिखे और लोगों को कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने के लिए प्रेरित करते रहे.. आत्मजीत सिंह मक्कड़ ने बताया कि उन्होंने नगर में कांग्रेस के प्रचार करने के साथ-साथ ग्रामीण अंचलों में भी दौरा किया है।
सूरदास जी भी मतदान करने पहुंचे
तखतपुर में मतदान को लेकर उत्साह इतना ज्यादा रहा कि तखतपुर वार्ड क्रमांक 13 के सूरदास एवं बहुत ही अच्छे सिंगर भी मतदान करने पहुंचे और उन्हें एक व्यवसाई ने सहारा देकर मतदान कक्ष तक भी लाया।
मामा भांजा में किसका पलड़ा होगा भारी…?
चुनाव में सीधा मुकाबला जहां भाजपा प्रत्याशी धर्मजीत सिंह और कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती रश्मि आशीष सिंह के बीच में दिख रहा है.. वही एक मुकाबला मामा भांजा में भी दिख रहा है… एक ओर जहां भाजपा प्रत्याशी धर्मजीत सिंह के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनके सारथी बनकर इंटरसिटी होटल के मालिक सुरेंद्र सिंह छाबड़ा पप्पू जी चलते रहे, वही रश्मि आशीष सिंह के लिए तखतपुर बिलासपुर के सेठ परमीत सिंह बग्गा रिंकू जी नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र में अपनी पकड़ पहचान का भरपूर फायदा उठाते हुए कांग्रेस के पक्ष में काम किया…
रिश्ते में सगे मामा भांजा लगने वाले सुरेंद्र छाबड़ा एवं परमीत बग्गा में भी अघोषित रूप से चुनाव परिणाम को लेकर एक संघर्ष है.. देखना यह है कि 3 दिसंबर में फैसला में होटल का जलवा का कायम रहता है या बंगले का दबदबा….?
लक्ष्मी या सरस्वती..? कौन कितना असरकारक
तखतपुर विधानसभा चुनाव 2023 में गांधी जी का उपयोग खूब हुआ है.. बीती रात्रि में तो मानो गांधी जी की बरसात ही होती रही और एक पक्ष विशेष की लक्ष्मी जी तो दीपावली के बाद भी जमकर घर-घर में अपनी वर्षा की है.. अब मतदान के बाद परिणाम को लेकर हर किसी का अपना तर्क और दावा चल रहा है… भगवाधारियों का कहना है कि लक्ष्मी जी घर-घर गई है लेकिन हाथ में कमल लेकर…😅
अब देखना यह है कि चुनाव परिणाम में लक्ष्मी जी और सरस्वती जी में से कौन ज्यादा असरकारक साबित हुआ है…?
तब तक के लिए नारायण नारायण…😊