गोरे सिंह ठाकुर की राजनैतिक विरासत को आगे बढ़ाने खुलकर सामने आए ईश्वर…
बृजपाल सिंह हूरा…✍️

तखतपुर। लोग संपत्ति जमीन जायदाद रुपया पैसा मकान मोटर कार आदि की विरासत के लिए हर जतन प्रयास करते हैं पर बहुत कम लोग होते हैं जो अपने बड़े बुजुर्गों की जिम्मेदारियों की विरासत को अपने कंधे पर लेकर आगे बढ़ाने की हिम्मत रखते हैं… ऐसे ही चंद चुनिंदा लोगों में ईश्वर सिंह राजपूत है जिन्होंने अपने बड़े पापा गोरे सिंह ठाकुर जी की सेवा भावना वाली राजनीति की विरासत को आगे बढ़ाने का जिम्मा लेते हुए पारिवारिक सामाजिक कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए चल पड़े हैं..
गोरे सिंह के नाम पर हमेशा लगी है विश्वास की मुहर..
तखतपुर के एक क्षेत्र विशेष की जिम्मेदारी हमेशा से नारायण गोरे सिंह ठाकुर जी की रहती रही है.. लोगों ने हमेशा उनके विश्वास पर अपनी मुहर लगाई और इन्होंने अपने लोगों के विश्वास की हमेशा रक्षा की.. आज बदलते परिवेश में अब लोग आशा भरी नजरों से फिर इस परिवार की ओर देख रहे हैं तो परिवार के युवा जिम्मेदार ईश्वर सिंह राजपूत ने अपने बड़े पापा गोरे सिंह ठाकुर और अन्य वरिष्ठों का आशीर्वाद लेकर वार्ड क्रमांक 2 की जिम्मेदारी को निभाने के लिए चुनावी मैदान में अपना बिगुल फूंक दिया है…
कैसे है ईश्वर सिंह राजपूत

बहुत ही पढ़ें-लिखे जिम्मेदार ईश्वर सिंह राजपूत ने बीकॉम, एमकॉम, एमए, डिप्लोमा इन बिजनेस मैनेजमेंट का कोर्स तो किया हुआ है.. साथ ही व्यापार में भी काफी कुशल और दक्ष है.. सिंचाई विभाग से सेवानिवृत हुए हीरा सिंह ठाकुर के सुपुत्र ईश्वर सिंह अपनी तमाम दिखाई पड़ने वाली खूबियों की अतिरिक्त सामाजिक सेवा भावना में तो जुटे ही रहते हैं लेकिन इनमें सबसे अच्छी चीज जो है वह यह है कि इन्होंने अपनी भारतीय संस्कृति और परंपराओं से कभी मुख नहीं मोड़ा है और आज भी यह हिंदुत्व की रक्षा के लिए सदैव जागरूक और तत्पर रहते हैं…
राजनीतिक गुरुओं से मिलती रही है शिक्षा

राजनीति इन्हें अपने बड़े पापा गोरे सिंह ठाकुर से जहां विरासत में मिली वहीं उसे राजनीतिक तड़का उनके जीजा जी दिनेश राजपूत (भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्य समिति के सदस्य होने के साथ-साथ शिक्षा विभाग के बहुत बड़े कलाकार भी हैं) से राजनीति की आधुनिक बारीकियां को सीखा है.. नगर पालिका उपाध्यक्ष वंदना बाला सिंह के काफी निकट माने जाने वाले ईश्वर सिंह राजपूत जे के फ्लेक्स के कामयाब संचालक होते है..
सेवा भावना ही लक्ष्य है इनका

अपनी राजनीतिक पारी सिर्फ सेवा भावना के लिए आरंभ कर रहे हैं.. इनका मानना है कि जिस वार्ड को पीढ़ी दर पीढ़ी उनके पुरखों ने संभाला संवारा और सजाया है उसकी सुरक्षा की भी एक जिम्मेदारी बनती है ताकि यह भी अपने लोगों के सहयोगी बनकर उनके हर दुख सुख में काम आ सके..
बन सकते है भाजपा के ध्रुव तारा

माना जा रहा है कि ईश्वर सिंह राजपूत वार्ड क्रमांक 2 से भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधि बनकर राजनीति की नई पारी आरंभ कर सकते हैं और उनके नाम को लेकर भी उत्साह जोश उमंग का वातावरण बना हुआ है..
अब देखना यह है कि परंपरा और संस्कृति के साए में चलने वाले ईश्वर सिंह राजपूत अपने पुरखों की विरासत को ऊंचाई की किस बुलंदी तक ले जा पाने में कामयाब हो पाते हैं…
तब तक के लिए नारायण नारायण…😊




