तोखन V/s देवेंद्र में मुकाबला रोचक की संभावना

तोखन V/s देवेंद्र में मुकाबला रोचक की संभावना

बिलासपुर लोकसभा अनारक्षित 2009 से पहली बार कांग्रेस का पिछड़ा वर्ग दांव 

भाजपा की तर्ज पर कांग्रेस ने भी पहली बार खेला पिछड़ा कार्ड

बृजपाल सिंह हूरा ✍️

तखतपुर। कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव के नाम घोषणा के साथ ही बिलासपुर लोकसभा चुनाव की रफ्तार अब तेज होने के लिए पटरी पर उतर आई है… भाजपा प्रत्याशी के रूप में तोखन साहू का प्रचार जहां लगभग सभी विधानसभा मुख्यालयों में एक राउंड पूर्ण होने की कगार पर है तो वही देवेंद्र यादव के लिए क्षेत्र और लोग नया होने के साथ-साथ लोगों के भरोसे में चलने की राजनीति ज्यादा होगी…

।      हालांकि तोखन साहू के मुकाबले में प्रदेश स्तर पर देवेंद्र यादव भी कम लोकप्रिय और चर्चित नहीं है… पर बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र के लिए देवेंद्र यादव बड़ा चेहरा होने के साथ-साथ नया चेहरा भी फिलहाल साबित हो रहा है.. वही तोखन साहू लोरमी क्षेत्र से विधायक एवं संसदीय सचिव प्रदेश छत्तीसगढ़ के होने के कारण स्थानीयता की महक लेकर वे चल रहे हैं… 

     तोखन साहू का सर्वाधिक मजबूत पहलू यह है कि भाजपा प्रत्याशी होने के कारण मोदी जी के नाम का उन्हें जबर्दस्त फायदा मिलेगा साथ ही वह निर्विवाद सर्वपसंद नेता के रूप में भी जाने माने जाते हैं… साहू समाज पिछड़ा वर्ग का भी उन्हें निश्चित फायदा मिलेगा…

वही देवेंद्र यादव प्रदेश स्तर पर बड़ा नाम बड़ा चेहरा होने के कारण नाम की मोहताजी तो नहीं है.. वहीं उन्हें यादव समाज के वोटो का लाभ मिलने का भरपूर संभावना है… और ऐसे में प्रदेश सत्ता से वंचित कांग्रेस कार्यकर्ता अपने सम्मान की रक्षा के लिए कही ईमानदारी से देवेंद्र यादव के पक्ष में अपनी पूरी ऊर्जा शक्ति लगा दे तो चुनाव रोमांचक स्थिति में भी जा सकता है…

          फिलहाल तो जनसंपर्क और लोगों से मेल मिलाप में देखें तो भाजपा प्रत्याशी तोखन साहू जहां कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव से बहुत आगे चल रहे हैं… वही उन्हें बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र में लोरमी विधायक एवं उपमुख्यमंत्री अरुण साव तखतपुर विधायक धर्मजीत सिंह बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला मुंगेली विधायक पुन्नू लाल मोहले की मजबूत उपस्थिति का जबरदस्त फायदा मिलेगा… वही देवेंद्र यादव को कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव के साथ-साथ मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया के फायदा मिलने के साथ-साथ कांग्रेस पहली बार यादव समाज पिछड़ा वर्ग पर अपना दांव खेला है तो संभावना जताई जा रही है कि इसका भी लाभ कांग्रेस को मिल सकता है….

        अब आने वाले दिनों में शह और मात के इस खेल का दौर कहां तक अपने चुनावी खिलाड़ियों को ले जाता है यह तो अभी नहीं कहा जा सकता पर हम आपके साथ चटपटे और मसालेदार खबरों के साथ बने रहेंगे
    तब तक के लिए नारायण नारायण…😊
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