धर्मजीत के सियासी कद से भाजपाई असंतोष के मुख पर ताला… कांग्रेस का असंतोष नेतृत्व तलाश में रहा भटक….
चुनावी किताब के आरंभिक पन्नों पर ही असंतोष और गुटबाजी की तस्वीर लगी है दिखने..
बृजपाल सिंह हूरा✍️
तखतपुर। गुटीय राजनीति में बंटे कांग्रेस और भाजपा होने वाले लोकसभा चुनाव में एक दूसरे के दलों के मतभेदों का किस कदर लाभ ले पाएंगे..? यह तो परिणाम से पता चलेगा पर चुनावी राजनीति की कूटनीति तो यही बोलती है कि अपनी उपलब्धियों के बजाय सामने वाले की कमजोरी पर सेंध लगाकर ही लकीर बड़ी करने का चांस ज्यादा दिख रहा है…
कांग्रेस की स्थिति तो तखतपुर विधानसभा में क्षेत्रीय पार्टी सी निर्मित हो गई है… वहीं भाजपा में वन मैन शो धर्मजीत सिंह का कहा जा सकता है और भाजपा के पुराने मठाधीशों की गुटियता धर्मजीत सिंह के भारी भरकम सियासी कद के सामने बौने ही है जिस वजह से असरकारक कम होंगे… क्योंकि विधानसभा क्षेत्र में जिस तरह विधायक धर्मजीत सिंह का व्यक्तित्व और सियासी कद सब पर भारी है.. वही लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय मुद्दे पर मोदी के नाम पर भाजपा अपने भितरघातियों की हरकतों के असर विहीन होने को लेकर आशान्वित भी है…
भाजपा के असंतोष में सत्ता की विवशता… ठेठ कांग्रेसियों की विदाई से खदबर्रो…
ऐसा नहीं है कि असंतोष सिर्फ कांग्रेस में है, भाजपा में भी असंतोष है पर उनकी तपिश राख में दबी चिंगारी की तरह इसलिए भी है क्योंकि सत्ता का लाभ और उससे जुड़े रहने की विवशता कहीं ना कहीं इनकी बेचैनियों के मुख पर ताले लगाए हुए हैं…. वहीं कांग्रेस में सत्ता सरकार जाने के बाद तो ऐसी मुखरता और पीठ दिखाने की राजनीति तखतपुर विधानसभा क्षेत्र में जो अभी देखने को मिली है ऐसी राजनीति तो देश की आजादी के बाद पहले कभी भी देखने को नहीं मिली… 5 साल तक विधायक और सत्ता सुख से जुड़े बहुत करीबी और विश्वसनीय लोगों ने जिस दीदा दिलेरी से पार्टी को ही टाटा बाय-बाय कर दिया… उससे कांग्रेस का एक गुट वर्ग विशेष कहीं ना कहीं कमजोर साबित हुआ है और उनके मान सम्मान स्वाभिमान आत्म सम्मान को भी गहरी ठेस लगने के साथ-साथ अंदरुनी पीड़ा भी हुई है.. जो कहीं ना कहीं राजनीतिक आत्मविश्वास को डगमगाने के लिए काफी है जिससे उबरने के लिए उन्हें वक्त लगेगा जरूर पर.. फिलहाल तो कांग्रेस में ही दूसरे गुट विशेष को वर्तमान में तखतपुर कांग्रेस राजनीति में हावी होने का एक अवसर मिला हुआ है… जिसकी झलक वर्तमान चुनाव परिदृश्य में दिखाई दे रही है और माना जा रहा है कि यह ट्रेलर आगामी दिनों में पूरी पिक्चर बनकर विधानसभा सिनेमाई परदे पर उभरेगा….
सवाल आपसे…?
👉 गुरुजी को लोकसभा चुनाव संचालन प्रभार मिलने से कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा में भी किस-किस को अंडर करंट लगा है..?
👉 विधायक धर्मजीत सिंह की चिर परिचित राष्ट्रीय स्टाइल वाले सियासी अंदाज से किस-किस के तोते उड़े हुए हैं…?
👉 देवेंद्र और तोखन की भावी राजनीति में कौन-कौन से भाजपाई/कांग्रेसी नेता अपना भविष्य देख रहे हैं..?
अब देखना यह है लोकसभा चुनाव के आने वाले दिनों में रंग और ढंग बदलते सियासी गलियारे में क्या-क्या अंतर और परिवर्तन दिखेगा…?