कांग्रेसी अपने नुकसान में भी ढूंढ ही लेते है फायदा..

बृजपाल सिंह हूरा ✍️

तखतपुर। अब देखो ना जिस तरह से कांग्रेसियों में इन दोनों भाजपाई बनने की होड़ लगी है.. उस पर भी बिना भाजपा प्रवेश किए वाले कांग्रेसी इन दिनों उसमें भी अपना फायदा ढूंढते हुए बता रहे हैं कि अब भाजपा में भी हमारे काम को कोई नहीं रोक पाएगा और कांग्रेस में बैठे-बैठे भी भाजपा सरकार में भी हमारे दूत और स्रोत पहुंच चुके हैं जिनके माध्यम से अब हमें भी कांग्रेस में रहते हुए भी सत्ता की रसमलाई न सही पर जलेबी बालूशाही मसूरपाक का आनंद तो आ ही रहा है… नाम न छापने पर जिला कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने बताया कि अब तो फलांने क्षेत्र में हमारे फलांने कांग्रेसी का ही एक तरफा जलवा चलेगा क्योंकि वो नेताजी अब भाजपा में शामिल हो गए है.. जिससे अब हमें ऐसा लगने लगा है कि सरकार हमारी ही आ गई है… भले ही चेहरे बदल गए हैं….. अब हम भले कांग्रेस में ही रहेंगे पर सत्ता का आनंद के लिए हमारे मोबाइल का ब्लूटूथ ऑन है.. जिससे हमारा कनेक्शन हमेशा कनेक्ट ही रहेगा…😆

दे दिया ना झटका…

सलमान खान की एक फिल्म आई थी जिसमें वह बार-बार बोलता रहता है क्यों दे दिया ना झटका….
अब तखतपुर की राजनीति में अच्छे अच्छों को पंचगनी स्कूल से लेकर यूनिवर्सिटी तक की शिक्षा का सबक सिखाने वाले गुरुजी के भाजपा प्रवेश से कांग्रेसियों को तो छोड़ो.., कई भाजपाइयों को भी झन्नाटेदार करंट वाला झटका लगा है… वही इस घटना क्रम से कांग्रेस और भाजपा में हर्ष का भी वातावरण है… गुरुजी से खुद को खतरा महसूस कर रहे कई कांग्रेसी उनके भाजपा प्रवेश करते ही खुशी में जहां दो रोटी ज्यादा खाए होंगे… वहीं भाजपा में भी कई लोग खुद को उपेक्षित और तन्हा महसूस कर रहे लोगों के लिए भी मानो अब भगवान का अवतार हो गया है और अंदरूनी राजनीतिक गैंगवार के लिए उन्हें भी एक नया Boss मिल गया है… सूत्र बताते हैं कि विधानसभा चुनाव के दौरान थोक के भाव में कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए लोगों की तो अब मानों लॉटरी लग गई है और भाजपा में उनके लिए एक नए सूर्य का उदय हुआ है… जबकि भाजपा के फ्रंटलाइन कुर्सी वालों के लिए अब खतरे की घंटी भी बजने लगी है….

गुरुजी के कांग्रेस में बचे फैंस को मक्कड़ ने गोद लेने का लिया फैसला

गुरुजी के साथ कांग्रेस की राजनीति में अपना भविष्य तलाश रहे उनके समर्थक लोगों को उस वक्त बहुत बड़ा झटका लगा जब गुरुजी भाजपा प्रवेश कर लिए… ऑफर उनके समर्थकों को भी है पर कुछ लोग अभी कांग्रेस में ही रहना चाह रहे हैं.. ऐसे चंद चुनिंदा लोगों को अब मक्कड़ खेमे ने गोद लेने का फैसला कर लिया है और वे भी इस दिशा में अपनी स्टेरिंग मोड़ दी है क्योंकि गुरुजी के प्रेम में इन्होंने कुछ बड़ी ही टक्कर ले ली थी और वे अब उस दिशा में जाना भी नहीं जा रहे हैं…. बताया जाता है कि मक्कड़ खेमे के गोदनामा ऑफर को रजिस्टर्ड कराने की शर्त रखी गई है…

सवाल आपसे

👉 गुरुजी के भाजपा प्रवेश से कौन-कौन से भगवाधारी अब खुल के रो भी नहीं पा रहे हैं…?
👉 भाजपा के नियमित हो रहे कांग्रेसीकरण से, कौन-कौन से भगवाधारी हमेशा खखवाये और खौराये टाइप के रहते हैं..?
चुनाव के चलते क्षेत्र में आरंभ हुई नाटकीय सियासी घटनाक्रम का असर आने वाले दिनों में कितना दिखेगा..? इसके लिए हम और आप इंतजार ही कर सकते हैं…
तब तक के लिए नारायण नारायण….😊
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