चुनावी चेहरों की अब दिखते जा रही है स्पष्ट स्थिति…
दो दो हाथ आजमाने वाले ही अब टिकेंगे मैदान में, चिल्हर छाप खुद होते जा रहे बाहर….
बृजपाल सिंह हूरा…✍️
तखतपुर। नगर पालिका चुनाव को लेकर कुल 15 वार्डों में अब चुनावी चेहरों की स्थिति धीरे-धीरे क्लियर दिखती जा रही है और आरंभिक स्थिति में जो भीड़ थी वो अब दो एक नाम के साथ अंतिम स्थिति का दौर आरंभ हो गया है… जिसके तहत
वार्ड क्रमांक 1 पिछड़ा महिला से
कांग्रेस से सबसे मजबूत नाम के रूप में गौरी अजय देवांगन (अगर नगर पालिका अध्यक्ष नहीं लड़े तो) का नाम एक मजबूत प्रत्याशी के रूप में है। वहीं भारतीय जनता पार्टी से श्रीमती लता कश्यप का नाम बहुत गंभीरता से आगे बढ़ा है और तय की दहलीज पर खड़ा है। यहां से ललिता ज्ञानेंद्र देवांगन भी दमदार प्रत्याशी के रूप में सामने आएंगे लेकिन अभी उनकी पार्टी दल की स्थिति स्पष्ट नहीं है।
वार्ड क्रमांक 2 अनारक्षित
भाजपा से वर्तमान पार्षद वंदना बाला सिंह (अगर अध्यक्ष नहीं लड़े तो) लगभग तय है। विवेक पांडेय, ईश्वर सिंह राजपूत, जितेंद्र सिंह ठाकुर भी यहां से भाजपा टिकट की मजबूत दावेदारी में शामिल हो सकते है। कांग्रेस से फिलहाल कोई ठोस और मजबूत नाम सामने नहीं दिख रहा है। बताया जाता है कि वह भी भाजपा के नाम तय होने के बाद ही कोई उतरने की हिम्मत कर सकता है।
वार्ड क्रमांक 3 अनारक्षित
कांग्रेस से अजय सिंह का नाम लगभग तय माना जा रहा है। भाजपा से कोमल सिंह ठाकुर, ज्ञान सिंह का नाम प्रमुखता से है।
वार्ड क्रमांक 4 पिछड़ा वर्ग मुक्त
भाजपा से नैनलाल साहू, मलय जहांनी अधिवक्ता, राजेश सोनी का नाम प्राथमिकता से सुनने को मिल रहा है जबकि कांग्रेस से बिहारी देवांगन (अध्यक्ष नहीं लड़े तो), शैलेंद्र निर्मलकर चुनाव लड़ सकते हैं।
वार्ड क्रमांक 5 अनुसूचित जाति मुक्त
कांग्रेस से संदीप खांडे, जितेंद्र राज, दुर्गा खांडे, सुनील जांगड़े, प्रदीप लहरे नामों में कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं दिख रहा है
भाजपा से नरेंद्र रात्रे की टिकट लगभग तय मानी जा रही है।
वार्ड क्रमांक 6 पिछड़ा वर्ग मुक्त
कांग्रेस से अजमत नट्टू जायसी की टिकट लगभग तय है। भाजपा से इस्लाम अंसारी भी लगभग तय ही है।
वार्ड क्रमांक 7 अनारक्षित महिला
भाजपा से संभावित नाम में साक्षी दिलीप तोलानी, गंगोत्री पवन गुप्ता, गुरदीप कौर खुराना, कविता अमित मंदानी, योगिता कोमल सिंह आदि प्रमुख है।
कांग्रेस से मधुलता जनक ताम्रकार ने आवेदन दाखिल किया है। वैसे गुप्त सूत्रों का कहना है कि वार्ड 7 में कांग्रेस की नजर भाजपा की बगावत पर है और ऐन मौके पर कांग्रेस भाजपा बगावत के गर्म लोहे पर हथौड़ा मार सकती है।
वार्ड क्रमांक 8 पिछड़ा मुक्त
कांग्रेस से बिहारी देवांगन (अध्यक्ष नहीं लड़ने की स्थिति में) शिवनाथ देवांगन ही चुनाव प्रत्याशी हो सकते हैं।
भाजपा से ईश्वर देवांगन, कैलाश देवांगन में से ही प्रत्याशी तय होने की संभावना है।
वार्ड क्रमांक 9 अनारक्षित महिला
कांग्रेस से वर्तमान पार्षद परमजीत लवली हूरा की टिकट लगभग तय है।
भारतीय जनता पार्टी बड़े चेहरे के नाम पर विचार कर रही है। दावेदारो के अतिरिक्त भाजपा किशन सचदेव अमित मंदानी शिव देवांगन ईश्वर देवांगन आदि को भी वार्ड क्रमांक 9 में शिफ्ट करने की योजना तैयार कर रही है।
वार्ड क्रमांक 10 पिछड़ा महिला
भाजपा टिकट के लिए यहां लगभग मेला लगा हुआ था पर अब धीरे धीरे पिक्चर अंजू सुरेश देवांगन, रेवती कैलाश देवांगन तक ही सिमटती दिख रही है।
कांग्रेस से लगभग रानी दिनेश देवांगन की टिकट पक्की मानी जा रही है।
वार्ड क्रमांक 11 अनारक्षित
कांग्रेस से चंद्रप्रकाश देवांगन का नाम लगभग तय है। यहां से अधिवक्ता रुपेश तिवारी ने भी प्रत्याशी बनने के लिए अपना आवेदन जमा किया है।
भारतीय जनता पार्टी से भी संदीप साहू का नाम फाइनल बताया जा रहा है।
वार्ड क्रमांक 12 अनारक्षित
भाजपा से अंकित अग्रवाल का नाम तय बताया जा रहा है पर गुलजीत खुराना पीछे हटने की स्थिति में नहीं दिख रहे हैं।
कांग्रेस से ताजा नाम के रूप में चार बार के पार्षद टेकचंद कारड़ा का नाम बड़ी तेजी से सामने आया है और माना जा रहा है कि इन्हें फाइनल भी किया जा सकता है। हालांकि लक्ष्मी यादव का भी नाम मजबूती से जमा हुआ है।
वार्ड क्रमांक 13 अनारक्षित
कांग्रेस से संजय गुप्ता, मुस्तफा शब्बीर भाई वनक, अजय पटेल, संदीप पटेल, अंकेश गुप्ता का नाम सामने आया है।
भाजपा से राजअभिषेक हनी पांडेय का नाम लगभग तय माना जा रहा है।
वार्ड क्रमांक 14 अनुसूचित जाति महिला
भाजपा से प्रियंका सुनील आहूजा और सविता राजेश बंजारे का नाम से फाइनल लिस्ट बनेगी।
कांग्रेस से यहां देवकी सूर्यवंशी और जमुनावती बंजारा को प्रत्याशी बनाया जा सकता है।
वार्ड क्रमांक 15 अनारक्षित
कांग्रेस से मुन्ना श्रीवास की टिकट लगभग तय है
भाजपा से राजकुमार यादव की टिकट भी लगभग तय मानी जा रही है। वार्ड 15 में एक बार फिर से पुराने परंपरागत मुकाबला की स्थिति बन सकती है।
आने वाले कुछ दिनों में अध्यक्ष की स्थिति क्लियर होते देखकर वार्डों में भी लगभग सिंगल नाम की घोषणा पार्टी कार्यालय से पहले नारदमुनि में देखने को मिल सकता है।
चुनाव टिकट को लेकर जिस तरह से दांव पेंच और दावेदारी के लिए शक्ति प्रदर्शन का खेल आरंभ हुआ है… देखना यह है कि कांग्रेस और भाजपा दोनों को इस शक्ति प्रदर्शन का फायदा होगा या नुकसान…
तब तक के लिए नारायण नारायण….😊