बिहारी के जन्मदिन के उत्साह भरे गर्म तवे पर कांग्रेसियों ने गुटबाजी के मारे छींटे…
नगर कांग्रेस अध्यक्ष के जन्मदिन पर नदारत रहे कई बड़े चेहरे.. जबकि जगह-जगह हुए स्वागत में आम जनता में अपूर्व उत्साह…
बृजपाल सिंह हूरा… ✍️

तखतपुर। नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद बिहारी देवांगन की सक्रियता किसी से छिपी हुई नहीं है और उनके द्वारा कांग्रेस के पक्ष में समय-समय पर कराये जा रहे आयोजन से ही भाजपा सरकार में कांग्रेस की उपस्थिति दिखाई दे रही है.. वरना प्रदेश में भाजपा सरकार आने और तखतपुर में भाजपा विधायक बनने के बाद से तो बोरिया बिस्तर बंध जाने की स्थिति और मुल्ला की दौड़ मस्जिद तक.. वाली कहावत सही मायने में चरितार्थ होती दिखती रहती है…

14 अक्टूबर को नगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ने अपना जन्मदिन बड़े ही उत्साह के साथ मनाया.. प्रायः हर वार्डों चौराहों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों ने जबरदस्त स्वागत किया साथ ही जन्मदिन की खुशियां भी एक दूसरे बांटी…

नगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष बिहारी देवांगन ने अपनी तरफ से तखतपुर नगर की लगभग 500 महिलाओं को शॉल पहना कर उनका सम्मान किया और चरण स्पर्श कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया.. जगह जगह केक काटे गए.. फ्लैक्स पोस्टर से जन्मदिन का माहौल भी बना रहा..

पर इन सब के बीच कई दिग्गज पदाधिकारी जनप्रतिनिधियों की अनुपस्थिति तखतपुर नगर में चर्चा का विषय रही और आने वाले नगर पालिका चुनाव के लिए इसे एक बड़ी गुटबाजी का स्वरूप भी प्रदान किया गया है…

बताया जाता है कि कई बड़े नेता जो जन्मदिन में नहीं आ पाते हैं तो फोन वगैरह में ही अपना बधाई संदेश और आशीर्वाद दे देते हैं पर सूत्रों का कहना है कि आश्चर्यजनक रूप से तखतपुर क्षेत्र से संबंधित कुछ बड़े नेताओं के नगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष बिहारी देवांगन को फोन पर भी बधाई संदेश नहीं दिया गया है..

जिससे यह बात स्पष्ट तौर पर मानी जाती है नगर कांग्रेस अध्यक्ष जन्मदिन को लेकर तखतपुर में गुटबाजी की हवा उच्चस्तरीय रही है.. जिसे भाजपा खेमे में जहां चटखारें लेकर इसकी चर्चा चलती रही वही कुछ कांग्रेस के शुभचिंतकजन खेद भी व्यक्त करते रहे… जबकि बिहारी देवांगन समर्थकों का मानना है कि हमारी सक्रियता और लोकप्रियता कुछ लोगों को फूटी आंख नहीं सुहा रही है..

खैर बात चाहे जो भी हो.. हालात चाहे कैसे भी निर्मित हुए हो पर एक बात तो माननी पड़ेगी कि कांग्रेस की प्रदेश से सरकार जाते ही क्षेत्र के सेकंड लाइन के बहुचर्चित टॉप मोस्ट लीडरों ने जिस तरह से कांग्रेस की बारात निकालकर भाजपा के साथ अपनी जयमाला का आदान-प्रदान किया है.. उससे कम से कम लोगों को अब यह लग रहा था कि चुनिंदा कांग्रेसियों की एकता कांग्रेस की मजबूती को बनाए रखेगी.. पर लगता है अभी कुछ और भी कसर बाकी है…

अब देखना यह है कि चुनावी मोड की दहलीज पर खड़े माहौल में तखतपुर में कांग्रेस की सक्रियता को बरकरार रखने वाले के साथ जिस तरह से गुटबाजी को हवा दी गई है.. उसका आने वाले दिनों में एकता प्रदर्शन के साथ सुधार किया जाएगा या फिर हम नहीं तो कोई नहीं की तर्ज पर लोभान डालकर स्वाहा कर दिया जाएगा..
तब तक के लिए नारायण नारायण….😊




