मुंहलुकवा कांग्रेसी हो रहे दो नाव में सवार….

मुंहलुकवा कांग्रेसी हो रहे दो नाव में सवार….

तन मन कफन कांग्रेस, का दावा हुआ छू मंतर…

बृजपाल सिंह हूरा..✍️

तखतपुर। 8 महीना पहले प्रदेश से कांग्रेस की सत्ता क्या गई और तखतपुर से कांग्रेस विधायक की बागडोर क्या छिन गई.. तन मन कफन कांग्रेस तक का दावा करने वालों की आस्था और निष्ठा मानों चुल्लू भर में…. समा गई और तो और कांग्रेस को ऐसी किक मारी की कांग्रेस का तो तंबू बंबू ही तिड़ी बीड़ी हो कर रह गया.. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि प्रदेश से सत्ता जाने और विधानसभा से विधायक के जाने का उतना सदमा कांग्रेस संगठन को नहीं लगा होगा, जितना की चारो धाम के कांग्रेसियों के भाजपा प्रवेश पर लग रहा होगा… विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेसजनों का जत्था तो कुंडी ताला तोड़कर कांग्रेस से ऐसे निकल भागे.. जैसे रात के सुनसान अंधेरी रात में कोई खौराए कुकुर कूदाता है या मानों कांग्रेस पंडाल में ही कोरोना का विस्फोट हो गया है..

जरा सामने तो आओ छलिए.. छुप-छुप छलने में…

      हालांकि कांग्रेस संगठन ने बचे हुए भाई बंधुओं को निष्ठावान की संज्ञा उपमा से अलंकृत भले ही किया है पर कुछ तो अपने दर्द का रोना इस बात से रोते है कि आखिर जाएं तो जाएं कहां..? बस इसीलिए पार्टी में ही बने हुए हैं… अब बचे खुचे में भी कुछ ऐसे मुंहलुकवा हो गए हैं जो इन दिनों कांग्रेस के सत्ता विरोधी आंदोलन कार्यक्रम आदि में भी घूंघट की आड़ हो गए है.. ऐसा मुंह लुकाने की परंपरा शायद 1857 के जमाने की नई नवेली दुल्हनों में भी शायद नहीं रहता रहा होगा… कुछ लोगों का मानना है कि ऐसे मुंहलुकवा कांग्रेसी अपना एक पैर भाजपा के डोंगा में भी रख दिए हैं और उन्हें इस भ्रम में रखे हैं कि जल्द ही हम दूसरा पैर भी भाजपा में ही रख दूंगा। जबकि यह फार्मूला नगर पालिका चुनाव के पहले भाजपा को C बना देने का पुराना फॉर्मूला है.. वैसे देखा जाए तो फार्मूला भले ही पुराना है पर जब भी इस्तेमाल किया गया है भाजपा को C बनाकर ही छोड़ा गया है..

सत्ता से सौदागिरी का नशा…

      भाजपा जब भी सत्ता में आई है कांग्रेस के कुछ चिन्हांकित और चुनिंदा मठाधीशों ने अपनी निष्ठा और कांग्रेसियत की बाजीगरी का जमकर पासा फेंका है… सूत्र बताते हैं कि कुछ लोग तो सिर्फ इसीलिए कांग्रेस में रहते हैं कि सत्ता पक्ष के नेता लोग विपक्ष को कमजोर करने के लिए इनसे ही सौदागरी की पॉलिसी चलते हैं और ऐसे लोग ही सामने आकर कांग्रेस के लिए भाजपा से छेना लकड़ी अगरबत्ती लोभान मुफ्त में खरीद कर लाते हैं…

सवाल आपसे…?

👉 तखतपुर नगर पालिका चुनाव में कांग्रेस टिकट वितरण में कौन बनेगा यहां का हाई कमान..?

👉 नगर पालिका चुनाव के लिए भाजपा टिकट वितरण में शिकारियों का पलड़ा भारी रहेगा या खिलाड़ियों का…?
              अब देखना यह है कि कांग्रेस शासन में शेर की तरह दहाड़ने वाले नेताओं की हुंकार, भाजपा के हौसलों के समक्ष आगामी नगरीय निकाय और पंचायत स्तरीय चुनाव में कितने तेज दहाड़ में गूंजेगी…
      तब तक के लिए नारायण नारायण…😊

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