निष्ठावान कांग्रेसियों की मेहनत का अंडर करंट कांग्रेस की उम्मीद
मोदी फैक्टर ही भाजपा का पहला और अंतिम भरोसा
बृजपाल सिंह हूरा..✍️
तखतपुर। लोकसभा चुनाव की मतदान तिथि जहां अब दहलीज पर आ खड़ी हुई है वही चुनावी मैदान पर अंतिम और करारा वार करने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पीछे हटने की स्थिति में नहीं दिख रही है… भाजपा के लिए सबसे बड़ा प्लस पॉइंट मोदी ही है और मोदी के ही भरोसे उनका पूरा चुनाव है..

लेकिन कई विषम परिस्थितियों से जूझने के बावजूद भी जिस जीवटता के साथ कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव ने इस चुनाव में अपनी जो उपस्थिति दर्ज कराई है, वह निश्चित तौर पर काबिले तारीफ है.. परिणाम की अगर बात ना की जाए तो बीते कई चुनावो के बाद पहली बार कांग्रेस को जहां जातिगत समीकरण वाला प्रत्याशी मिला है.. वहीं निष्ठावान कांग्रेस कार्यकर्ताओं में अपने प्रत्याशी को लेकर अपूर्व उत्साह है… अगर जातिगत समीकरण सही बैठ गए तो यह चुनाव 2009 के जोगी वर्सेस जूदेव वाले कांटे की टक्कर में भी आ सकता है…

… और कोई होता तो घर बैठ गया होता
धड़ाधड़ कांग्रेसियों के भाजपा प्रवेश के बावजूद भी कांग्रेस के लिए काम करने वालों के उत्साह में कमी नहीं दिख रही है.. विभिन्न खेमों में बंटी कांग्रेस फिलहाल इस चुनाव में अलग-अलग ही सही पर एक लक्ष्य (देवेंद्र) के साथ आगे बढ़ रही है जो कांग्रेस के लिए उसके पक्ष में अंडर करंट भी साबित हो सकती है… बीते चुनावों को देखते हुए लोगों के मन में बना हुआ है कि साहू समाज का प्रत्याशी और मोदी की चमक से बीते दोनों चुनाव को बड़े अंतर से जीत लिया गया है तो स्वाभाविक है वही फार्मूला इस बार भी होगा..

किंतु कांग्रेस ने इस बार चुनाव में ट्विस्ट करते हुए यादव समाज के प्रत्याशी को सामने लाकर शतरंज की बाजी में जो अढाई घर वाली घोड़े की चाल चली है उससे भाजपा को सोचनीय मुद्रा में लाकर खड़ा कर दिया है और शायद यही वजह है कि भाजपा ने कांग्रेस के लिए अपने घर के चारों दिशाओं के दरवाजे खोल दिए.. इसके बावजूद कांग्रेस का इस चुनाव में डट कर खड़ा रहना ही उसके आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए काफी है वरना जिस तरह से कांग्रेस कदम कदम पर लड़खड़ाई है उस हिसाब से कांग्रेस प्रत्याशी और कोई होता तो घर जाकर बैठ गया रहता… दरअसल कांग्रेस प्रत्याशी की यही जीवटता उसके निष्ठावान कार्यकर्ताओं में ऊर्जा को भरे हुए हैं…

कांग्रेस को अपने वोट बैंक को लाना होगा पोलिंग बूथ तक..
कांग्रेस के लिए सबसे बड़ा प्लस पॉइंट तब साबित होगा जब जातिगत समीकरण वाले उसके मत ज्यादा से ज्यादा मतदान केंद्र तक पहुंचकर अपने मतों का प्रयोग करें.. इसके लिए कांग्रेस की रणनीति क्या काम कर रही है यह तो पता नहीं पर अगर वह अपने वोट बैंक को पोलिंग बूथ तक लाने में कामयाब हो गई तो सियासी समीकरण में एक नया ट्विस्ट आ सकता है…

मक्कड़ दस्तक दे रहे डोर टू डोर..
जीवटता के मामले में मक्कड़ जी का भी कोई तोड़ नहीं है.. 75 प्लस में भी जिस तरह से भी पूरी एनर्जी के साथ नगर में खुद को झोंक दिए हैं वह उनकी राजनीति के प्रति समर्पण भावना को भी प्रदर्शित करता है.. कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव के पक्ष में नगर में वह जिस तरह से अकेले ही अपना मोर्चा संभाले हुए हैं उससे तो परिणाम को कितना प्रभावित करेंगे ये नहीं कहा जा सकता है पर लोगों के दिलों में देवेंद्र यादव की उपस्थिति को दर्ज अवश्य करा रहे हैं..

पूर्व विधायक एवं संसदीय सचिव श्रीमती रश्मि आशीष सिंह अपने समर्थकों के साथ पूरे विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में चक्कर लगा रही हैं.. विधानसभा चुनाव में उन्हें मिले लगभग 75000 मतों को अगर वे देवेंद्र यादव के पक्ष में डाइवर्ट करने में कामयाब भी हो गई तो यह चुनाव बहुत ही रोचक मुकाबला की स्थिति में जा खड़ा होगा

कांग्रेस के युवाओं में युवा प्रत्याशी देवेंद्र यादव के पक्ष में अपूर्व उत्साह का वातावरण है बिहारी देवांगन ने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव को मुकाबला मोदी से है अगर हम जीतेंगे तो मोदी से और हारेंगे तो भी मोदी से.. वही युवा कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कौशिक शिवेंद्र कौशिक के साथ-साथ जिला पंचायत सभापति जितेंद्र पांडेय शिवबालक कौशिक प्रदीप ताम्रकार आत्मजीत मक्कड़ मुन्ना श्रीवास शैलेंद्र निर्मलकर राजवीर सिंह चंद्रप्रकाश देवांगन आदि आदि लोग अपने-अपने क्षेत्र में पूरे मुस्तैदी से डटे हुए हैं और कांग्रेस में हर किसी को लग रहा है कि कांग्रेस अंडर करंट से भाजपा को बड़ा झटका देने की तैयारी में है..
अब देखना यह है कि कांग्रेस प्रत्याशी की आत्मविश्वास से भरी जीवटता और निष्ठावान कांग्रेसियों की मेहनत.. जातिगत समीकरण के साथ इस चुनाव परिणाम को कहां तक ले जाती है..
तब तक के लिए नारायण नारायण…😊
