तखतपुर विधानसभा चुनाव के पर्दे के पीछे की चुनावी चटपटी
तखतपुर
धीरे-धीरे बोल कोई सुन ना ले.. सुन ना ले भाई सुन ना ले.. हमको किसी का डर नहीं कोई जोर जवानी पर नहीं.. यह तस्वीर देखकर प्रथम दृष्टिया इसी गाने का ध्यान आता है… तखतपुर विधानसभा चुनाव में दो दिग्गज प्रत्याशी आमने-सामने लड़ रहे हैं… छोटा बड़ा हर कार्यकर्ता अपने-अपने नेता का जिंदाबाद करते झंडा लेकर घूम रहा है… बाजा गाजा गाड़ी मोटर सब चल रहा है लेकिन…
इन सब के बावजूद भी अगर इस चुनाव में कोई चीज प्रमुख रूप से चर्चा का केंद्र बनती है तो वह यह है कि संतोष मक्कड़ (जय वीरू 2) क्या कर रहे हैं…? इनका रुझान कैसा चल रहा है…?
यह पहला ऐसा चुनाव होगा जहां दो दिग्गजों के चुनाव लड़ने के बावजूद उनके चुनावी संग्राम के ढोल ताशे से ज्यादा चर्चा का विषय दो ऐसे महारथियों का है जो चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, वो इस चुनावी महासंग्राम का केंद्र बिंदु बने हुए हैं और लोग इन्हें परिणाम का थर्मामीटर भी मान रहे हैं…
हालांकि दोनों अपनी अपनी जगह बहुत ही शांतिपूर्ण ढंग से राजनीतिक महायुद्ध का संजय की भांति नजारा देख रहे हैं… एक नेता नेताजी तो समीप के विधानसभा में ही कांग्रेस प्रत्याशी का मोर्चा थाम लिए हैं तथा बीच-बीच में बड़े हीरो के मेहमान कलाकार की तरह तखतपुर विधानसभा में भी उनके कुछ दृश्य दिख जाते हैं और दूसरे असरदार नेताजी तो पुरानी अपनी किसी भी गलती को ना दोहराते हुए एक सुलझे हुए राजनीतिज्ञ और पेट भरे हुए शेर की तरह बगैर किसी का शिकार किए चुनावी जंगल में विचरण कर रहे हैं…
इन दोनों नेताओं पर भी लोगों की नजरे जमी हुई है उसका इससे बड़ा सबूत और क्या हो सकता है कि उनकी यह शानदार तस्वीर को किसी अज्ञात व्यक्ति ने खींचकर मुझे दिया है मतलब कार्यक्रम उप मुख्यमंत्री जी का है और लोगों की नजरे और कैमरे इनकी गतिविधियों पर लगी रही…
अब देखना यह है कि विधानसभा चुनाव 2023 में रणबांकुरों की तरह शामिल न होकर एक रणनीतिकार की तरह रहस्य में ढंग से राजनीति कर रहे इन दोनों की बोलती खामोशी से दीपावली का कौन सा बड़ा धमाका होगा…?
तब तक के लिए नारायण नारायण…😊