चुनावी छुतहा लोगों का जादू इस बार भी चल ही गया..

तखतपुर (बृजपाल सिंह हूरा) 

चुनावी छुतहा लोगों का जादू इस बार भी चल ही गया..

     विधानसभा चुनाव 2023 तखतपुर के इतिहास में अपने कई रिकॉर्ड कई बातों के साथ हमेशा हमेशा के लिए दर्ज हो गया है.. किंतु चुनाव परिणाम उपरांत जो बात इस बार भी बढ़चढ़ कर नजर आई वह यह रही कि प्रायः चुनावों में अपनी छुतहा गिरी से दबंगो को भस्काने में माहिर लोगों ने इस बार फिर अपनी छुतहा गिरी की सिद्धि को सिद्ध कर चुनाव भस्काऊ स्पेशलिस्ट प्रसिद्धि के शिखर को छुआ है… इनला तीर मा भी झन ओधन दौ कहइया मन भी कहने वालो के द्वारा भी ऐसे कुछ चिन्हांकित लोगों को अब चुनाव में हायर किए (किराए पर लिए) जाने की चर्चा चल रही है और इन्हें पूरे धन बल के साथ विपक्षी खेमे में 6 महीना पहले से ही धकेल कर चुनाव जीत जाने का एक अचूक और अजूबा नुस्खा तखतपुर के एक नेताजी ने निकाला है… नेताजी ने कहा है कि 100 कार्यकर्ता अपने साथ रखने की बजाय कुछ चुनिंदा चुनावी छुतहा लोगों को विपक्षी खेमे में धन बल देकर चुनावी एंबुश बनाकर भेज दो अपनी बमफाड़ जीत सॉलिड हो जाएगी… देखो अब क्या दिन आ गए हैं कि किसी ने सोचा भी नहीं था कि चुनावी छुतहा लोगों की भी पूछ परख बढ़ेगी… 😅

अच्छे दिन आ गए हैं…

   किसी ने वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य के ऐसे अवसर के लिए ठीक ही कहा है कि हम दो कदम साथ चल भी ना पाए थे कि पूरा का पूरा कारवां ही बिछड़ गया…. कभी किसी ने कल्पना नहीं की थी कि सप्ताह भर पहले 3 दिसंबर का दिन एक ऐसा हाहाकारी तूफान लेकर आएगा.. जिसके चपेट में आकर सत्ता सरकार का दंभ जमींदोज़ हो जाएगा… लोगों ने बड़ा से बड़ा बुरा परिणाम भी सोच कर भी यह तो सोच कर रखा ही था कि आम खाने को अगर ना भी मिले तो गुठलियों के दाम तो मिल ही जाएंगे… पर अब जब सारे के सारे तख्ते ही उलट पलट हो गए हैं तो चांटी से लेकर हाथी तक सारे के सारे तेवरों में अचानक ही विनम्रता की चाशनी चढ़ गई है.. और भगवाधारियों से डिस्टेंस और दूरी बनाकर रखने वालों की उनसे अब राम रम्मैय्या भी आरंभ हो गई.. भगवाधारियों को भी अब लग रहा है कि हमारे अब अच्छे दिन आ गए हैं…

नोट के बंडलों की हो रही रिकाउंटिंग…

      चुनाव परिणाम ऐसे है कि रिकाउंटिंग की नौबत ही नहीं आई पर चुनाव परिणाम के उपरांत नोट के बंडलों की रिकाउंटिंग तखतपुर में चर्चा का विषय है… अति गोपनीय पर विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से नारदमुनि चैनल को मिली जानकारी के अनुसार तखतपुर विधानसभा चुनाव परिणाम को लेकर ऐतिहासिक और रिकॉर्ड तोड़ शर्त बाजियों का दौर चला है और लेनदेन में इतने वारे न्यारे हुए है कि बहुत से लोग मालामाल भी हो गए हैं और कई के हाल बे हाल …. खैर यह सब तो चलता ही रहता है… लेकिन इस बार एक नई चीज जो सामने आई वह यह रही की सुरक्षा में रखे गए सुरक्षित नोट के बंडलों को जब जीत वाली टीम को सौंपा गया तो कई बंडलों से 5 से लेकर 10 तक के गांधी जी कम नजर आए… बंडलों की दर्जनों पर रिकाउंटिंग हुई पर गांधी जी की संख्या नहीं बढ़ी और संदेह के तीर जगह-जगह चले.. किसी ने कहा हमने जैसा आया वैसे दे दिए.. सामने वाला कह रहा है मुझे फलां ने दिया.. परत दर परत गांधी जी की कमी से कई हैरान कर देने वाले अचंभे चेहरे सामने आज रहे हैं और पता चल रहा है कि यह माल किस तिजोरी से निकल कर आया है..😅

सवाल आपसे..?

      

       लगभग दर्जन दिन भर पहले भाजपा के एक नेता/पत्रकार का जन्मदिन था.. जिसमें हाई कमान नाराज ना हो जाए कह कर कई लोगो ने मैसेज लिखने से भी दूरी बनाई पर उस दिन से 5 दिन बाद आए चुनाव परिणाम में बदली स्थिति से कौन कौन से लोग अब नेता/पत्रकार की लल्लो चप्पो दंत निपोरी करते नजर आ रहे हैं…??? 😅
         अब देखना यह है कि फूल छाप कांज्रेशी बनने की दिशा में ऐसे लोगों के बढ़ते कदम द्वारा की जा रही लल्लो चप्पो और दंत निपोरी में कारपेट कितना गीला हो पाएगा..??
      तब तक के लिए नारायण नारायण…😊
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